राज्यसभा में की मांग
नागपुर-राज्यसभा सांसद पद्मश्री डॉ. विकासजी महात्मे ने नेत्रदान के लिए राष्ट्रव्यापी टोल फ्री नंबर की मांग को लेकर संसद के शीतकालीन सत्र राज्यसभा में अपना सुझाव रखा। देश में अंधत्व को लेकर काफी समस्याओं के बारे में उन्होंने विवरण देते हुए डॉ महात्मे ने कहा कहा कि, विश्वस्तर पर जितनी भी अंधत्व को लेकर समस्या है उनमे से अधिकतर हर पांचवा व्यक्ति भारतीय है।
उन्होंने सुझाव देते समय कहा कि, मृत्यु के पश्चात नेत्रदान करके हम इस समस्या को कम कर सकते है। नेत्रदान के विषय पर जब जनजागरूकता बढ़ेगी, नेत्रदान अधिक होगा। उन्होंने आगे इस बारेमें स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि, मृत्यु पश्चात संबन्धित व्यक्ति के रिश्तेदारों को मन से लगता है की, नेत्रदान करना चाहिए, परंतु संपर्क हेतु उन्हे नेत्रबैंक का नंबर आसानी से उपलब्ध नहीं होता।
इसलिए देश में नेत्र बैंक के लिए एक अलग नंबर हो जैसे पुलिस के लिए 100, फायर के लिए 101 उसी तरह नेत्रबैंक के लिए भी इसबप्रकार का प्रावधान हो। जिस कारण मृत्यु पश्चात लगभग 4 से 6 घंटे के अंदर नेत्रदान करने में आसानी हो।
उन्होने कहा की, जब किसी व्यक्ति की अस्पताल में मृत्यु होने पर मृत्यु प्रमाणपत्र दिया जाता है तो उस प्रमाणपत्र पर “नेत्रदान करने की इच्छा नहीं है।“ इससे व्यक्ति पर नेत्रदान के विषय पर विशेष प्रभाव पड़ सकता है और संभावना है की नेत्रदान के प्रति व्यक्ति की सोच बदल सकती है। इससे देश में नेत्रदान की संख्या में बढ़ोतरी होंगी।