नागपुर टुडे.
आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों के लिए सरकार स्कॉलरशिप उपलब्ध कराती है। लेकिन खत्म होते आ रहे वर्तमान के शैक्षणिक सत्र में भी स्कॉलरशिप का ऑनलाइन फॉर्म ना भरनेवाले महाविद्यालय के प्रिंसिपलों की क्लास शनिवार को समाज कल्याण विभाग में ली गई। बैठक के दौरान समाज कल्याण अधिकारी ने साफ लहजे में संकेत दिए कि 28 फरवरी तक ऑन लाइन फॉर्म भरकर समाज कल्याण विभाग को सूचित ना करनेवाले महाविद्यालयों के प्रिंसिपलों की सैलरी से स्कॉलरशिप के पैसे काट लिए जाएंगे। अब समाज कल्याण विभाग इस संबंध में सोमवार को एक सर्क्यूलर भी जारी कर सभी जूनियर- सीनियर महाविद्यालयों को सूचना जारी कर देगा।
शनिवार को समाज कल्याण सहायक आयुक्त वाकुलकर के नेतृत्व में बुलाई गई बैठक में जिले के तकरीबन 200 सीनियर और जूनियर महाविद्यालयों के प्रचार्यों को बुलाया गया था। इस बैठक में स्पष्ट रूप से सूचना दी गई कि विद्यार्थियों के स्कॉलरशिप के फॉर्म वे जल्द भरकर दें। ऑन लाइन आवेदन की आखरी तारीख 28 फरवरी की रखी गई है। अंतिम तिथि तक अगर फॉर्म महाविद्यालय जमा करने में असक्षम रहता है और इसका खामियाजा अगर लाभार्थी विद्योर्थियों को होता है तो स्कॉलरशिप की निधि सीधे संबंधित महाविद्यालय के प्रचार्यों की सैलरी से काट ली जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि जिले में ऐसे तकरीबन 90 हजार छात्र हैं जिनके स्कॉलरशिप के फॉर्म अब तक विभाग के पास नहीं पहुंचे हैं। ऐन समय पर दो माह के भीतर इतनी बड़ी तादात में ऑन लाइन स्कॉलरशिप आवेदन फॉर्म भरने पर वेबसाइट जाम होने की संभावना भी पेश आ सकती है। ऑन लाइन स्कॉलरशिप फॉर्म ना भरनेवाले अधिकांश महाविद्यालय अनुदानित कॉलेज बताए गए हैं।