धामणगांव रेलवे (अमरावती)। अउपज के कारण बेहाल किसानों द्वारा हताश होकर आत्महत्या करने की घटनाओं में कमी नहीं आने से कृषिक्षेत्र में हा-हाकार मचा हुआ है. इस क्रम में बुधवार को तहसील के गुंजी गांव के एक और किसान अंबादास महादेव वाहिले ने जहर गटककर मौत को गले लगा लिया.
इंजिनियर पुत्र बेरोजगार
बताया जाता है कि अंबादास के पास 4 एकड़ खेती थी. जिसमें कडा परिश्रम कर उसने अपने पुत्र को इंजिनियरिंग की शिक्षा दी तथा पुत्री को भी शिक्षित कर उसका गत वर्ष विवाह किया. लेकिन इन कामों के विए उसके ग्रामीण विकास बैंक, अन्य बैंक व निजी रुप से कर्ज लिया था. लेकिन गत 3 वर्षों से हो रही अउपज के चलते व इंजिनियर होने के बावजुद पुत्र बेरोजगार होने के चलते कर्ज किस तरह उतारा जाए इस बात को लेकर वह परेशान था.
कर्ज का बोझ
इस वर्ष उसने अपने खेत में सोयाबीन की फसल बोई थी. लेकिन उपज हाथ नहीं लगी. एसे में वह बेचैन था. बुधवार को सबेरे उसने अपने घर में किटनाशक पी लिया. उसकी बिगड़ती हालत को देखते ही पत्नी और बेटे ने गांववासियों की सहायता से उसे ग्रामीण अस्पताल में दाखिल करवाया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.