नागपुर: राज्य में फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से विभिन्न प्रयोग किए जाते हैं और उत्पादकता में वृद्धि की जाती है, यदि प्रायोगिक किसानों को प्राप्त उत्पादकता के संबंध में प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया जाता है तो उनकी इच्छाशक्ति और मनोबल में वृद्धि होगी और वे और प्रयोग करेंगे। इससे किसान कृषि उत्पादन बढ़ाने में अपना योगदान देंगे और क्षेत्र के अन्य किसानों को उनके मार्गदर्शन से राज्य के उत्पादन में वृद्धि होगी। संभागीय संयुक्त कृषि निदेशक ने अपील की है कि इस उठान प्रतियोगिता में अधिक से अधिक किसान भाग लें।
रबी फसल प्रतियोगिता में फसलों का चयन करते समय ज्वार, गेहूँ, चना, कुसुम एवं अलसी उन फसलों का कुल कृषि क्षेत्र कम से कम 1 हजार हेक्टेयर होना चाहिए। तथापि, यदि संबंधित फसल का क्षेत्रफल एक हजार हेक्टेयर से कम हो और प्रतियोगिता में भाग लेना हो तो निदेशक, कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण से लिखित अनुमति लेना अनिवार्य है।
फसल प्रतियोगिता में भाग लेने वाले लाभार्थी के पास उस फसल के अंतर्गत अपने स्वयं के खेत पर धान के लिए कम से कम 20 आर और अन्य फसलों के लिए 40 आर की निरंतर खेती होनी चाहिए।
सामान्य एवं आदिवासी समूह के लिए फसल राशि (प्रत्येक फसल के लिए अलग-अलग) 300 रुपए रहेगी। यदि सामान्य समूह के लिए 10 से अधिक और आदिवासी समूह के लिए कम से कम 5 आवेदन प्राप्त होते हैं तो प्रतियोगिता रद्द कर दी जाएगी और प्रवेश शुल्क वापस कर दिया जाएगा।
रबी सीजन में फसल प्रतियोगिता आवेदन जमा करने की तिथि इस प्रकार रहेगी। 1 दिसंबर ज्वार, गेहूं, चना और चने की तिथि है। यदि आवेदन जमा करने की तिथि को सार्वजनिक अवकाश होता है, तो अगली गैर-सार्वजनिक अवकाश तिथि मानी जाएगी।
तालुका स्तर व जिला स्तरीय फसल प्रतियोगिता के परिणाम में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त फसल प्रतियोगिता के विजेताओं का चयन किया जाएगा। चूंकि इस तरह से फसल प्रतियोगिता आयोजित करने का यह पहला वर्ष है, इसलिए पहले केवल तालुका स्तर और जिला स्तर पर फसल प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस वर्ष राज्य स्तरीय चयन प्रतियोगिताएं नहीं कराई जाएंगी। जिन किसानों ने पिछले वर्ष की तालुका स्तर की प्रतियोगिता में फसल के मामले में पहले तीन स्थान जीते हैं, उन्हें जिला स्तरीय फसल प्रतियोगिता में भाग लेना चाहिए।
सभी तालुका स्तरीय सामान्य एवं आदिवासी समूह- प्रथम पुरस्कार 5 हजार, द्वितीय- 3 हजार एवं तृतीय- 2 हजार, जिला स्तरीय प्रथम- 10 हजार, द्वितीय- 7 हजार एवं तृतीय- 5 हजार रुपए होगा।
रबी सीजन की गौण और पौष्टिक अनाज वाली फसलों का क्षेत्रफल और उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता को देखते हुए अधिक से अधिक संख्या में किसानों को फसल प्रतियोगिता में भाग लेने का आवाहन किया गया है। अधिक जानकारी के लिए अनुमंडल कृषि अधिकारी या कृषि अधिकारी से इच्छुक लाभार्थी संपर्क कर सकते हैं।