नागपुर: स्टेशनों के निर्माणकार्य के दौरान फ़ायर सेफ़्टी एनएमआरसीएल ( नागपुर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ) एनओसी नहीं लिए जाने के मामले में मेट्रो द्वारा सफ़ाई दी गई है। माझी मेट्रो परियोजना के प्रोजेक्ट डायरेक्टर महेश कुमार ने बताया की निर्माणकार्य नियम के मातहत ही हो रहा है। वर्त्तमान में प्राथमिक स्तर पर शहर के भीतर स्टेशनों का निर्माणकार्य शुरू है। अब तक निर्माणकार्य उस स्तर पर नहीं पहुँचा है जहाँ फ़ायर सेफ़्टी से जुडी शर्तो को पूरा किया जाये। परियोजना के तहत जो तीन स्टेशन खापरी, न्यू एयरपोर्ट और एयरपोर्ट साऊथ बनकर तैयार हो चुके है। इन स्टेशनों के लिए एनओसी हासिल की जा चुकी है जबकि अन्य स्टेशनों के लिए आगामी दो हफ़्ते के भीतर निर्माणकार्य के नक्शों को नागपुर महानगर पालिका के फ़ायर सेफ्टी डिपार्टमेंट में जमा कराकर एनओसी प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी।
नागपुर टुडे ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमे स्टेशनों का निर्माणकार्य शुरू होने के बावजूद अब तक फ़ायर सेफ्टी एनओसी मेट्रो के पास नहीं होने की जानकारी दी गई। इस रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है की महाराष्ट्र फ़ायर सेफ़्टी एक्ट के प्रावधान के मुताबिक किसी भी व्यावसयिक ईमारत का निर्माणकार्य शुरू होने से पहले की फ़ायर सेफ्टी एनओसी हासिल करने की शर्त है।
रिपोर्ट में दिए गए तर्कों को मेट्रो ने भी सही माना है लेकिन मेट्रो प्रशासन का कहना है की स्टेशन के ईमारत निर्माण का काम कई चरणों में होता है। वर्त्तमान में यह स्तर प्राथमिक है जैसे जैसे कार्य आगे बढ़ेगा फ़ायर सेफ़्टी से जुडी सभी शर्तो को पुरा कर लिया जाएगा। मेट्रो ने यह भी साफ़ किया की वो अपनी व्यवस्था विकसित करने की बजाए स्थानीय निकाय संस्था यानि नागपुर महानगर पालिका के फ़ायर एक्सपर्ट की मदत लेगा। ऐसा करने के उनके द्वारा तैयार की गई व्यवस्था का थर्ड पार्टी एसेस्मेंट भी हो जायेगा।