– नए CAFO ने सभी पर रोक लगा दी,संबंधित ठेकेदारों में से किसी ने 1,2,3 % कमीशन दिए थे जो डूब गए
नागपुर – नागपुर मनपा में आर्थिक धांधली थमने का नाम नहीं ले रही। मेसर्स अश्विनी इंफ़्रा व D C gurubakshani का मामला गर्माया हुआ था,इसी बीच जानकारी मिली कि मनपा के पूर्व CAFO हेमंत ठाकरे ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन डेढ़ बजे रात तक अपने कार्यालय में बैठा कमीशन देने वाले ठेकेदारों के जून 2020 तक के भुगतान बिल पर हस्ताक्षर किए,कुछ के तो किये बगैर कमीशन लेकर रफ्फू चक्कर हो गए। जिसे नए CAFO ने वरिष्ठ अधिकारियों के सलाह पर रोक लगा दी,इससे घुस देकर भुगतान प्राप्ति का मामला अधर में लटक गया।
याद रहे कि मनपा वित्त विभाग में संबंधित विभाग के अधिकारियों के संग मिलीभगत कर गैरकानूनी ढंग से कामकाज चल रहा हैं।
इसी क्रम में मेसर्स अश्विनी इंफ़्रा व डीसी gurubakshani के कागजात टेंडर शर्तों के अनुसार न होने के बावजूद ठेका तो दिया ही गया,साथ में पैकेज 17-18 के तहत 14 दफे किस्तों में करोड़ों का भुगतान भी नियमित करती रही,निसंदेह इस ग़ैरकृत में दिग्गज अधिकारी/पदाधिकारियों की मिलीभगत रही होंगी। इस ग़ैरकृत का सबूत सह मामला NAGPUR TODAY ने मनपायुक्त को देने के बावजूद आजतक न ठेकेदार BLACKLIST किया गया और न ही संबंधित अधिकारी SUSPEND किये गए।
इसी बीच खबर मिली कि मनपा के पूर्व प्रभारी CAFO हेमंत ठाकरे एक तो नशेड़ी थे,सुबह से ही सक्रिय हो जाते थे,उन्होंने मनपा में अपने कार्यकाल के अंतिम दिन डेढ़ बजे रात तक कार्यालय/घर पर बैठ लगभग 15 करोड़ के बिल पर हस्ताक्षर किए,वह भी जिसने 1/2/3 % देने वाले ठेकेदारों के बिल थे,वह भी कुछ बिल तो मई-जून 2020 के भी थे।
सूत्र बतलाते हैं कि नए CAFO ने मनपा में कदम रखते ही,विभाग की समीक्षा की और मनपायुक्त से रु-ब-रु होकर उनके निर्देश पर हेमंत ठाकरे द्वारा किये गए भुगतान बिल पर रोक लगा दी। यह खबर आग की तरह ठेकेदारों में फैल गई,क्योंकि उक्त ठेकेदारों के दोहरा नुकसान हो गया था।इस संदर्भ में कुछ ने हेमंत ठाकरे से दिए पैसे लौटने के लिए गुजारिश भी की।अर्थात मनपा में आर्थिक धांधली को मनपा प्रशासन पूर्ण संरक्षण दे रहा !
नए CAFO ने भुगतान बिल के % का रेट खोला
नए CAFO ने भुगतान बिल पर हस्ताक्षर अभियान शुरू किया।यह CAFO मनपा में दूसरी बार प्रतिनियुक्ति पर आया हैं.इसलिए इसे मनपा में अधिकांश को इनकी बारीकी और CAFO को मनपा की बारीकी पता हैं.इनके बंदे भी तय हैं जो इनके हिस्से की कमीशन संकलन करते हैं.
इन्होंने अपना दर ठेकेदारों के लिए OPEN किया,जो इस प्रकार हैं.अतिमहत्वपूर्ण व्यक्ति 0%,दलाल और सामान्य ठेकेदारों से आधा % से लेकर डेढ़ % लिया जा रहा या लिया जाएगा।स्वाभाव से सरल हैं,सीधी बात में विश्वास करते हैं.