– गडकरी ने किया दौरा से मिली जनता को राहत
नागपुर– विगत सप्ताह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फुटाला तालाब के सौंदर्यीकरण का निरीक्षण करने के लिए दौरा किया,इसके बाद दी गई जानकारी से शहर की जनता को नया पर्यटन स्थल का सौगात जल्द मिलने की उम्मीद जगी. जिसका पूर्व ऊर्जा मंत्री और पूर्व पालक मंत्री नितिन राउत अपने कार्यकाल में नियमित विरोध करते रहे.
गडकरी ने नागपुरवासियों के पर्यटन के लिए फुटाला तालाब के सौंदर्यीकरण की योजना की घोषणा की थी। इसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए एक विशेष ठेकेदार को भी काम सौंपा गया था। इसी को ध्यान में रखते हुए फुटाला की चौपाटी के निर्माणकार्य को ढहा दिए गए। इस चौपाटी पर यहां बोटिंग से लेकर खाने-पीने की तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके लिए व्यवसायिक परिसर का भी निर्माण किया जा चूका है.
उक्त सौन्दर्यीयकरण का काम अधूरा था कि राज्य में महाविकास आघाड़ी की सरकार आ गई। पालक मंत्री नितिन राउत को फुटाला तालाब के सामने दीवार बनाने से उन्हें खल रही थी। उन्होंने कहा कि इस दीवार ने तालाब की प्राकृतिक सुंदरता को नष्ट कर दिया। उन्होंने दीवार को गिराने के लिए कुछ असामाजिक तत्वों का सहारा भी लिया था.नतीजतन, गडकरी की महत्वपूर्ण प्रकल्प का काम ठप हो गया था। ठेकेदारों का उत्साह भी कम हो गया था। काम की गति धीमी हो गई थी।
बुधवार को महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई। गुरुवार को शिंदे-फडणवीस गठबंधन की नई सरकार राज्य में आई। इसलिए नितिन राउत पूर्व पालक मंत्री हो गए। फिर शाम को तत्काल गडकरी ने फुटेला तालाब के निरीक्षण दौरे का आयोजन किया है।सब यही उम्मीद लगा रहे थे कि अचानक गडकरी के दौरे पर बड़े ऐलान हो सकती है,उन्होंने शिवाय फुटाला तालाब सौन्दर्यीयकरण सम्बंधित पूर्ण जानकारी देने के अलावा कुछ नहीं कहा।
उल्लेखनीय यह है कि नितिन राउत अपने कार्यकाल में कमीशन/हिस्सेदारी के लिए ठेकेदारों को काफी परेशान कर रहे थे। कमीशन के लिए फुटाला तालाब के काम में रोड़ा अटका रहे थे। चूंकि यह गडकरी का प्रोजेक्ट था, इसलिए उन्होंने फुटाला तालाब के निर्माण में सीधे तौर पर हस्तक्षेप नहीं कर रहे थे।