काटोल – अनंत चतुर्दर्शी का पर्व रविवार को मनाया गया। इसी के साथ दस दिवसीय गणेश उत्सव का समापन हुआ। श्रद्धालु गणपति बप्पा मोरिया,अगले बरस तू जल्दी आ के जयकारों के साथ बप्पा को विदाई दी गयी ।
इसके पहले घरों और पंडालों में भगवान गणेश की पूजा अर्चना और महाआरती की गयी।
इस बार अनेक घरों में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए मिट्टी के गणेशजी की स्थापना की गई थी। कोरोना के निर्देशों के तहत सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के तथा निजी भक्तों नेझांकीयां न निकालकर गणेशजी की मूर्तियों को लेकर भक्तों द्वारा 19 सितंम्बर को घरों से विधि विधान के साथ घाटों पर तथा अस्थायी कुंडों में विसर्जन किये गये।