कवाडे,पेंदाम, मूलक के नामों की चर्चा जोरो पर
नागपुर – नागपुर शहर के एनसीपी नेता प्रकाश गजभिए का विधान परिषद का कार्यकाल गत शनिवार को समाप्त हो गया। दूसरी ओर पीपल रिपब्लिकन पार्टी के नेता प्राध्यापक जोगेंद्र कवाडे का कार्यकाल 15 जून को समाप्त होने जा रहा। इन दोनों रिक्त जगहों पर शहर के कौन से कार्यकर्ता को विधानपरिषद भेजा जाएगा या फिर इनमें से किन्हें दोबारा मौका दिया जाएगा,इसकी चर्चा शुरू हैं। इस बीच खबर आ रही हैं कि एनसीपी शहर के आदिवासी समुदाय के किसी ऊर्जावान को अवसर दे सकते हैं।
याद रहे कि शहर में वर्तमान में 20 विधायक हैं, जिले के 12 विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधि के अलावा 8 विधायक शहर में निवास करते हैं। इनमें से एनसीपी के प्रकाश गजभिए का कार्यकाल समाप्त हो गया और सप्ताहभर बाद पिरिप के प्राध्यापक जोगेंद्र कवाडे का कार्यकाल समाप्त हो रहा। ऐसे में नई चर्चा यह हो रही कि इन्हें दोबारा मौका मिलेंगा या इनके बदले नागपुर जिले से ही अन्य किसी को या फिर जिले के बाहर से किसी और को मौका मिलेंगा।
चर्चा यह भी हो रही कि एनसीपी प्रकाश गजभिए की जगह शहर के मंगळवारी ज़ोन के पीछे रहने वाले सतीश पेंदाम को बतौर आदिवासी युवा नेतृत्व को मौका देकर शहर ही नहीं बल्कि देश को नया आदिवासी नेता सुपुर्द कर सकती हैं।पेंदाम को अहमियत खुद शरद पवार दे रहे। यह कभी शिबू सोरेन,कभी कांग्रेस,कभी अन्य पक्ष के संपर्क में अपनी अमिट छाप छोड़ चुका हैं। फिलहाल शरद पवार के सीधे संपर्क में होने से इन्हें नई व उल्लेखनीय संधी मिलने के कयास इनके इर्दगिर्द रहने वाले लगा रहे।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस कवाडे या उनके पुत्र में से किसी एक को अवसर दे सकता हैं, अगर पृथ्वीराज चौहान की चली तो ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र मूलक का नंबर कांग्रेस खेमे से लग सकता है। अगर ऐसा हुआ तो कवाडे का नंबर कट भी सकता है।
लेकिन यह भी चर्चा हैं कि वर्तमान राज्यपाल ने राज्यपाल कोटे से विधानपरिषद में भेजने का मापदंड में बदलाव कर रहे हैं।अगर ऐसा हुआ तो चयन प्रक्रिया जटिल हो सकती हैं। अबतक मुख्यमंत्री द्वारा भेजे गए नामों पर राज्यपाल मुहर लगाते रहे हैं।