Published On : Thu, Oct 29th, 2020

न्यायालय जाने से पहले मुझे थोड़ा समय दो

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– सीमेंट सड़क फेज- 2 के टेंडर सह भुगतान घोटाले पर एमओडीआई फाउंडेशन का शिष्टमंडल मनपायुक्त राधाकृष्णन बी से मुलाकात पर आयुक्त का कथन

नागपुर : मनपा में सीमेंट सड़क की संकल्पना नियमित डामर सड़क के निर्माण की गुणवत्ता के कारण लाई गई थी.लेकिन सड़क डामर या फिर सीमेंट का,मनपा में धांधली न हो ऐसा संभव नहीं।ऐसा ही एक मामला साढ़े 3 माह पूर्व प्रकाश में आया.जिसका पुख्ता सबूत मनपायुक्त को देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर कल बुधवार की शाम एमओडीआई फाउंडेशन का शिष्टमंडल मनपायुक्त से मुलाकात कर उन्हें अविलंब टेंडर शर्तों में अंकित शर्तो के आधार पर ठोस कार्रवाई करने की मांग की,जिसे नज़रअंदाज करने पर इस मामले पर न्याय हेतु न्यायालय जाने की चेतावनी दी तो आयुक्त ने उन्हें रोका और कहा कि GIVE ME SOME TIME और फिर विस्तार से मामले को सवाल-जवाब के रूप में समझा।

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कल बुधवार की शाम साढ़े 4 बजे काफी मशक्कत बाद एमओडीआई फाउंडेशन को मनपायुक्त से मुलाकात करने का मौका मिला।जिसका नेतृत्व संस्थापक अध्यक्ष महेश दयावान कर रहे थे,इनके साथ बंटी एलेक्जेंडर,सतीश सिंह,शाकिर अब्बास अली,दिगंबर नारनवरे,अनूप साखरे व उत्तम साखरे उपस्थित थे.

महेश दयावान ने मनपायुक्त को जानकारी दी कि डीसी गुरुबक्षाणी कंपनी ने सीमेंट सड़क फेज-2 का ठेका हासिल करने के लिए मुंबई की ASHWINI INFRA के साथ JV किया लेकिन JV और टेंडर शर्तों को पूरा नहीं किया।JV का ROC पंजीयन भी नहीं करवाया। इसके बावजूद भी मनपा PWD के तत्कालीन अधिकारियों में आर्थिक समझौता कर उन्हें WORKORDER दे दिया। इस टेंडर को हासिल करने में तत्कालीन STANDING COMMITTEE CHAIRMAN और उनके OSD के मार्फ़त पार्टी फंड के नाम पर कुल टेंडर का 4% भी घुस दी.

इसके बाद मनपा वित्त विभाग ने टेंडर और JV शर्तों को नज़रअंदाज कर डीसी गुरुबक्षाणी के पुराने खाते में अब तक RUNNING BILL जमा करते रही,जो कि सरासर उल्लंघन हैं.

उक्त मामले का सबूत सह आरटीआई कार्यकर्ता,NAGPUR TODAY ने लिखित रूप से ध्यानाकर्षण करवाया।जिसे मनपायुक्त सह CE,SE और CAFO ने सिरे से नज़रअंदाज करते रहे.

इससे क्षुब्ध होकर एमओडीआई फाउंडेशन ने कल मनपायुक्त से मुलाकात कर उक्त मामले पर तत्काल ठोस कदम उठाने की गुजारिश की और न करने पर न्यायालय की शरण में जाने की चेतावनी दी तो आयुक्त सकपका गए और उनसे गुजारिश की कि मुझे कुछ समय दे ( GIVE ME SOME TIME ) और फिर उन्होंने महेश दयावान से सम्पूर्ण प्रकरण की विस्तृत जानकारी मांगी,समझी और सवाल किये,जिसका जवाब दयावान ने उन्हें दिया।
अब देखना यह हैं कि इस मामले को लेकर आयुक्त राधाकृष्णन बी कितनी गंभीरता दिखते हैं.

CAFO KOLHE से मिला शिष्टमंडल
दयावान की टीम एमओडीआई मनपा के नए CAFO कोल्हे से मुलाकात की ,उन्हें इस मामले की जानकारी दी.क्यूंकि वे मनपा में नए थे इसलिए उल्टा सवाल शिष्टमंडल से करने लगे और बिना निवेदन पढ़े उन्हीं से पूछने लगे कि इस मामले से वित्त विभाग का क्या संबंध तो दयावान ने कहा कि बिना टेंडर शर्त का पालन किये नियमित भुगतान किया जा रहा जो गैरकानूनी हैं.दयावान ने जानकारी दी कि उन्होंने अभी-अभी आयुक्त को निवेदन दिए तो कोल्हे का कहना था कि तो फिर वे ही इस मामले को देंखेंगे।

एमओडीआई फाउंडेशन के महेश दयावान ने नागपुर टुडे को बताया कि आगामी सोमवार 2 नवंबर को पुनः मनपायुक्त RADHAKRISHAN B और CE से मुलाकात करेंगे,उनके नकारात्मक जवाब के बाद सीधे न्यायालय की ओर रुख करेंगे,जिससे होने वाले प्रत्येक नुकसान की जिम्मेदारी मनपा प्रशासन की होंगी।

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