नागपुर: विदर्भ के 13 लाख व्यापारियों की अग्रणी व शीर्ष संस्था नाग विदर्भ चेंबर आॅफ काॅमर्स ने विदर्भ के अध्यक्ष श्री अश्विन मेहाड़िया के नेतृत्व में चेंबर के प्रतिनिधीमंडल ने जिल्हाधिकारी श्री रविन्द्रजी ठाकरे एवं म.न.पा. आयुक्त श्री राधाकृष्णन बी. को प्रतिवेदन देकर नागपुर में 1 जून 2021 बाजारों करने तथा व्यापारियों को आर्थिक संकट से उबरने के लिये राहत पैकेज देने का निवेदन किया। प्रतिवेदन की प्रतिलिपी महाराष्ट्र राज्य के माननीय मुख्यमंत्री श्री उद्धवजी ठाकरे, उपमुख्यमंत्री श्री अजीतदादा पवार एवं पालकमंत्री श्री नितीन राऊत को प्रेषित की गयी।
चेंबर के अध्यक्ष श्री अश्विन मेहाड़िया ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण महाराष्ट्र राज्य में व्यापारी वर्ग गत वर्ष से लाॅकडाउन की मार झेल रहा है। जिसके कारण नागपुुर शहर के व्यापारियों की अर्थव्यवस्था पूर्ण तरह से अस्त-व्यस्त हो गयी है। व्यापारी वर्ग आर्थिक परेशानियों के कारण मानसिक रूप से भी बीमार होता जा रहा है।
व्यापारी उद्योगों द्वारा निर्मित माल को उपभोक्ता तक पहुंचाकर उनकी आवश्यकता पूर्ती करता है। साथ ही व्यापारी वर्ग ही व्यापार के द्वारा टैक्स संग्रह कर सरकारी खजाने में जमा कराता है। उसी टैक्स के भरोसे सरकार चलती है। यदि व्यापार ही बंद रहेगा तो व्यापारी टैक्स कहां से भरेगा। सारी पाबंदिया व्यापारी वर्ग के लिये ही क्यों है? उद्योग जगत वस्तुओं का निर्माण करेगा किंतु थोक एवं रिटेल बाजार बंद रहेंगे तो वस्तुओं की बिक्री कहां होगी। गत 3 महीने से व्यापार बंद होने के कारण व्यापारी वर्ग अपने कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थ है।
जिसके कारण उनसे जुडे़ हुये कर्मचारियों को भी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। है। घर का किराया, दैनंदिन खर्चे उठाना भी कर्मचारियों लिये असभंव हो रहा है। कर्मचारियों एवं उनके परिवार पर भूखे मरने की नौबत आ गयी है। शासन-प्रशासन ने राज्य में व्यापारी वर्ग को व्यापार करने की अनुमति देना चाहिये तथा साथ ही गत वर्ष से लाॅकडाउन के कारण व्यापारियो को हुये आर्थिक नुकसान से उबरने के लिये व्यापारियों हेतु आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा करना चाहिये।
चेंबर सहसचिव श्री उमेश पटेल ने कहा कि जून माह से बरसात का मौसम भी शुरू होने वाला है। 3 महीने से दुकाने बंद होने के कारण नमी व सीलन के कारण बंद दुकानो का सामान खराब होने का खतरा है। यदि बरसात के कारण दुकानो का सामान खराब होता है। व्यापारियों को बहुत बढ़ा आर्थिक नुकसान होगा, जिससे व्यापारियों का बाहर निकलना बहुत मुश्किल होगा। व्यापारी कोरोना महामारी से नहीं किंतु लाॅकडाउन के कारण आर्थिक तंगी से अवश्य खत्म हो जायेगा।
चेंबर के सचिव श्री स्वप्निल अहिरकर ने कहा कि व्यापारियों व जनमानस के सहयोग से तथा प्रशासन के प्रयासो के कारण वर्तमान में महाराष्ट्र एवं नागपुर में संक्रमित मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन कम हो रही है एवं अधिक संख्या में मरीज ठीक हो रहे है। अतः सरकार ने नियमों के साथ व्यापारी वर्ग को बाजारों को नियमित खोलकर आर्थिक गतिविधी करने की अनुमति देना चाहिये।
इस अवसर पर चर्चा में चेंबर के सर्वश्री – अध्यक्ष – अश्विन मेहाड़िया, सहसचिव – उमेश पटेल, स्वप्निल अहिरकर, जनसंपर्क अधिकारी – राजवंतपाल सिंग तुली ने सहभाग लिया।