गोंदिया : जिले में भ्रष्टाचार की जड़ें मजबूत होती जा रही है, एैसा कोई क्षेत्र नहीं बचा जहां भ्रष्टाचार ना हो। हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े शासकीय दफ्तर तक बिना रिश्वत के फाइल आगे नहीं बढ़ती। ताजा मामले में तिरोड़ा पंचायत समिति के गांगला केंद्र प्रमुख धनलाल पटले (47) को एक शिक्षक से 9 हजार रूपये की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग अधिकारियों ने यह कार्रवाई शुक्रवार 3 मार्च को जिला परिषद केंद्र प्राथमिक शाला गांगला में की।
मामला यूं है कि, भंडारा जिले के ग्राम गणेशपुर निवासी 41 वर्षीय शिकायतकर्ता शिक्षक की तबीयत ठीक न होने पर वह दिसंबर 2022 से जनवरी 2023 में चिकित्सा अवकाश पर था तथा तबीयत ठीक होने के बाद शिकायतकर्ता जनवरी 2023 में डियुटी पर लौट आया।
लेकिन इस चिकित्सा अवकाश की अवधि का वेतन न मिलने के कारण शिक्षक ने इस अवधि का चिकित्सा अवकाश स्वीकृत कर वेतन निकालने के लिए गटशिक्षण अधिकारी, पंचायत समिति तिरोड़ा में दस्तावेजों के साथ आवेदन प्रस्तुत किया लेकिन उनका चिकित्सा अवकाश मंजूर कर वेतन नहीं निकाला गया है जिसपर गांगला के केंद्र प्रमुख आरोपी धनपाल पटले ने शिकायतकर्ता को गट शिक्षणाधिकारी से चिकित्सा अवकाश मंजूर करवाकर वेतन निकालकर देने के लिए 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग की तथा मोलभाव पश्चात सौदा 9 हजार रूपये में तय किया गया।
चूंकि फिर्यादी यह रिश्वत देने का इच्छुक नहीं था लिहाजा उसने शिकायत भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग गोंदिया में कर दी।
एसीबी टीम ने जांच पश्चात जाल बिछाया और जि.प. केंद्र प्राथमिक शाला गांगला में सफल कार्रवाई को अंजाम देकर घूसखोर आरोपी केंद्र प्रमुख को शिकायतकर्ता से 9 हजार रूपये की रिश्वत स्वीकार करते हुए पंच गवाहों के समक्ष रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। अब समाचार लिखे जाने तक आगे की कार्रवाई जारी है।
उक्त कार्रवाई एसीबी नागपुर के पुलिस अधीक्षक राहुल माकणीकर, अपर पुलिस अधीक्षक मधुकर गीते के मार्गदर्शन में एसीबी गोंदिया के पुलिस उपअधीक्षक पुरूषोत्तम अहरेकर, पुलिस निरीक्षक सारंग मिराशी, पोनि अतुल तवाड़े, सउपनि विजय खोब्रागड़े, पो.ह. संजय बोहरे, नापोसि संतोष शेंडे, मंगेश काहालकर, संतोष बोपचे, अशोक कापसे तथा चालक दीपक बतबर्वे की ओर से की गई है।
रवि आर्य