गोंदिया। साढ़े 15 लाख के चेक पास करने के लिए 75 हजार रुपये रिश्वत की डिमांड करने वाले 4 लोकसेवकों को भ्रष्टाचार प्रतिबंध विभाग (एसीबी) के अधिकारियों ने ट्रैप कर दिया।
इस मामले में 2 महिला व 2 पुरूष रिश्वतखोरों के खिलाफ डुग्गीपार थाने में मामला दर्ज करते हुए 3 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
वाक्या कुछ यूं है कि, देवरी निवासी 52 वर्षीय शिकायतकर्ता बांधकाम साहित्य आपूर्ति करता है तथा उसने राष्ट्रीय ग्रामीण योजना अंतर्गत सड़क अर्जुनी तहसील के ग्राम पंचायत वड़ेगांव में सन 2020-21 में ग्राम पंचायत की निविदा अनुसार विभिन्न कामों के लिए बांधकाम सामग्री की आपूर्ति की थी।
उक्त आपूर्ति की गई सामग्री के मंजूर बिलों के 15 लाख 55 हजार 696 रुपए के चेक पास करने के ऐवज में 5 फीसदी के रूप में 75 हजार रुपये की रिश्वत देने की मांग वड़ेगांव सरपंच श्रीमती रिना तरोणे (32), उपसरपंच दिनेश मुनेश्वर (27), ग्रा.पं. सदस्य मार्तंड मेंढे (38) तथा श्रीमती लोपा गजभिये (50) उक्त चारों ने कर दी।
शिकायतकर्ता से मोलभाव पश्चात सौदा 70 हजार रुपये में तय हुआ। चुंकि फिर्यादी यह रिश्वत की रकम देने का इच्छुक नहीं था इसलिए उसने भ्रष्टाचार प्रतिबंध विभाग के दफ्तर में शिकायत दर्ज करा दी।
एसीबी ने जांच पश्चात जाल बिछाया और सफल कार्रवाई को अंजाम देकर उक्त आरोपियों को अपने लोकसेवक पद का दुरूपयोग करते हुए अपने स्वंय के लाभ के लिए शिकायतकर्ता से 70 हजार की रिश्वत स्वीकार करते हुए धरदबोच लिया।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक राहुल मकणीकर (एसीबी नागपुर) तथा अपर पुलिस अधीक्षक सचिन कदम, पुलिस उपअधीक्षक श्रीमती अनामिका मिर्झापुरे के मार्गदर्शन में एसीबी गोंदिया के पुलिस उपअधीक्षक विलास काले, पोनि उमाकांत उगले, अतुल तवाड़े, पो.ह. संजय कुमार बोहरे, मंगेश कहालकर, नापोसि संतोष शेंडे, नापोसि संतोष बोपचे , अशोक कापसे, नापोसि प्रशांत सोनवाने, कैलाश काटकर, मनापोसि संगीता पटले, दीपक बटबर्वे आदि ने की।
रवि आर्य