आपका रक्तदान , जरूरतमंद को जीवनदान
गोंदिया– कुछ तो होगा तभी कहा गया है कि अगर आपका ब्लड ग्रुप नेगेटिव है तो आप इस धरती पर भाग्यशाली इंसान हैं क्योंकि यह ब्लड ग्रुप दुर्लभ माना जाता है। अगर जरूरत पड़ती है तो इस ग्रुप वाले व्यक्ति को इसी ग्रुप का खून दिया जाता है।
देशव्यापी लाकडाउन के वजह से लोग अपने-अपने घरों में बैठे है ,ऐसे में रक्तदाताओं की संख्या ना के बराबर हो जाने से जिला ब्लड बैंक में नेगेटिव खून उपलब्ध नहीं हो पा रहा।
मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले की डिलीवरी पेशेंट अंजलि मुनेश्वर जो कि सिविल लाइन के बाहेकर हॉस्पिटल में भर्ती है उसे B- नेगेटिव ब्लड की आवश्यकता थी सो लिहाजा परिजन ब्लड के प्रबंध में जुट गए ।
ब्लड बैंक से भी निराशा हाथ लगी तो किसी सज्जन व्यक्ति ने सलाह दी कि सोच बहुउद्देशीय सामाजिक सेवा संस्थान से संपर्क कीजिए ? यह संस्था गत 2 वर्षों से रक्तदान कर सैकड़ों मरीजों की जान बचा चुकी है , मरीज के परिजनों ने संस्था के अध्यक्ष सौरभ रोकड़े से 3 तारीख को संपर्क साधा।
सूचना प्राप्त होते ही सौरभ ने B-नेगेटिव ग्रुप के सदस्यों से संपर्क किया और सोच सेवा संस्थान के सक्रिय सदस्य विलास राउत जो कि गोंदिया शहर यातायात पुलिस विभाग में कार्यरत हैं वे रक्तदान करने को तैयार हो गए और लोकमान्य ब्लड बैंक में आकर उन्होंने B– नेगेटिव ब्लड दान दिया जिससे समय रहते गर्भवती महिला मरीज की जान बच गई ।
गौरतलब है कि पुलिस विभाग के कर्मचारी दिन- रात अपने घर छोड़कर , सड़कों पर जनता की रक्षा और कानून – व्यवस्था की बहाली में जुटे हैं ऐसे वक्त में देवदूत बनकर ट्रैफिक पुलिस विभाग में कार्यरत विलास राउत ( बकल नं. 1799 ) ने रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया और पेशेंट की जान बच गई।
उनके इस कर्तव्य की सराहना करते हुए मरीज के परिजनों ने उनके प्रति मन: पूर्वक आभार व्यक्त किया है ।
रवि आर्य