2 रेमडेसिवीर , 2 मिथिल प्रेडनिसोलोन सोडियम इंजेक्शन , 2 मोबाइल बरामद
गोंदिया । आज पूरे देश में कोरोना का कहर जारी है। तेजी से बढ़ रही संक्रमितों की संख्या के चलते जीवनरक्षक माने जाने वाले रेमडेसिवीर इंजेक्शन व ऑक्सीजन की कमी से जहां हर अस्पताल जूझ रहे है वहीं अस्पताल के कुछ कर्मचारी ही मोटा मुनाफा कमाने की लालच में जीवनरक्षक दवाओं पर हाथ साफ कर उसकी कालाबाजारी करने में जुटे है।
एैसे ही एक मामले का पर्दाफाश स्थानिक अपराध शाखा पुलिस टीम ने 4 मई को करते हुए महिला नर्स सहित 3 आरोपियों के खिलाफ शिंकजा कसा है।
विशेष उल्लेखनीय है कि, कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिवीर इंजेक्शन की जिले में भारी कमी है। दिनों-दिन मरीजों की संख्या बढ़ने से इंजेक्शन की मांग भी काफी बढ़ गई है जिसके चलते जिले में जीवनरक्षक दवाओं की ब्लैक मार्केटिंग के खिलाफ जिला पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे ने सख्त निर्देश जारी किए है।
वाक्या कुछ यूं है कि….?
मुखबिर ने मंगलवार 4 मई को स्थानिक अपराध शाखा पुलिस दल को गोपनीय जानकारी देते बताया कि एक एम्बूलेंस चालक बिना लाइंसेस के रेमडेसिवीर इंजेक्शन 15 हजार रूपये में बेचने की फिराक में है।
खुफिया सूचना हाथ लगने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक पानसरे के मार्गदर्शन तथा एलसीबी निरीक्षक बबन अव्हाड़ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जाल बिछाया और मामले की तह तक पहुंचने के लिए पथक के 2 पुलिस कर्मी फर्जी ग्राहक बनकर शहर के सिविल लाइन स्थित बहेकार हॉस्पीटल के निकट पहुंचे जहां एम्बूलेंस चालक अमोल नितेश चौधरी (21 रा. छोटा गोंदिया) यह खड़ा था।
सौदेबाजी पश्चात इंजेक्शन की कालाबाजारी होने की पुष्टि करने के बाद पुलिस टीम ने अमोल चौधरी को डिटेन किया तथा इसके पास से 2 रेमडेसिवीर इंजेक्शन जब्त किए गए।
उक्त इंजेक्शन कहां से आए? जब इस संदर्भ में पुलिस ने अमोल चौधरी से पूछताछ शुरू की तो उसने बाहेकार हॉस्पीटल में सफाई कामगार के रूप में कार्यरत संजय रमेश तुरकर (रा. छोटा गोंदिया) से हासिल करने की बात कही जिसके बाद संजय तुरकर को उसके घर से सामने से पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए उसके पेंट की तलाशी ली तो जेब से 2 मिथिल प्रेडनिसोलोन सोडीयम इंजेक्शन बरामद किए तथा उसे उक्त इंजेक्शन बहेकार हॉस्पीटल की एक महिला नर्स द्वारा दिए जाने की बात उसने कही।
इस तरह 2 रेमडेसिवीर इंजेक्शन, 2 मिथील प्रेडनिसोलोन सोडियम इंजेक्शन व 2 मोबाइल हैंडसेट सहित कुल 43 हजार 70 रूपये का माल जब्त करते हुए इस प्रकरण में आरोपी अमोल चौधरी, संजय तुरकर तथा एक महिला नर्स के खिलाफ गोंदिया शहर थाने में अ.क्र. 272/2021 के भादंवि की धारा 420 , 188, 34 सह कलम 26 औषधि नियंत्रण कीमत आदेश 2013 ,सह कलम 3 (क) 7 जीवन आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 (ईसी एक्ट), सह कलम 18 (क) 27 ( ख ) (2) औषधि व सौंदर्य प्रसाधन कायदा 1940 व नियम 1954 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
उक्त धरपकड़ कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे के मार्गदर्शन तथा एलसीबी के पुलिस निरीक्षक बबन अव्हाड़ के नेतृत्व में पुलिस उप निरीक्षक तेजेंद्र मेश्राम, अभयसिंह शिंदे, सहा. फौ. लिलेंद्रसिंह बैस , चंद्रकात करपे, राजेंद्र मिश्रा, रेखलाल गौतम , तुलसीदास लुटे , महेश मेहर , इंद्रजीत बिसेन , अजय रहांगडाले, विजय मानकर, संतोष केदार, मपोसि गेडाम द्वारा की गई।
रवि आर्य