गोदिया। टाइगर ताकत के बल पर जंगल में राज करता है , इलाके में बादशाहत को लेकर और अपना आधिपत्य दिखाने के चलते बाघ गाहे-बगाहे एक दूसरे से भिड़ते रहते हैं इसी वर्चस्व की ज़ोर आजमाइश में एक टाइगर ने जान गंवा दी।
घटना गोंदिया जिले के वनपरिक्षेत्र नागझिरा अभ्यारण अंतर्गत आने वाले सह वनक्षेत्र नागझिरा संकुल के निर्धारित कक्ष क्रमांक 96 स्थित मंगेझरी रोड के नागदेव पहाड़ी जंगल परिसर में घटी बताई जा रही है जहां
अपना दबदबा बनाए रखने को लेकर जोश और ताकत से भरे दो टाइगर के बीच इलाके में वर्चस्व की खूनी जंग छिड़ गई।
टाइगर रिजर्व में गश्त के दौरान मृत बाघ का शव मिला
वन्यजीवों की देखभाल करने और इनके व्यवहार पर नज़र रखने के लिए बीट रक्षक जे.एस केंद्रे यह अपनी टीम के साथ रविवार 22 सितंबर के सुबह 10 बजे नियमित रूप से टाइगर रिजर्व क्षेत्र में गश्त में जुटे थे इसी दौरान उन्हें एक बाघ मृत अवस्था में दिखाई दिया।
उन्होंने तत्काल घटना की जानकारी आला वन अधिकारियों को दी । टाइगर के मौत की खबर सुनते ही वन विभाग अधिकारियों की बेचैनी बढ़ गई , सूचना मिलते ही उप वनसंरक्षक तथा क्षेत्र संचालक (नवेगांव नागजीरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र गोंदिया) जयराम गोंडाआर , उपसंचालक राहुल गवई,(साकोली) सहायक वनसरंक्षक कु. एस.एस चौहान (साकोली) , वन परिक्षेत्र अधिकारी वी.एम भोंसले (साकोली) के नेतृत्व में डॉक्टर एवं बायोलॉजिस्ट के साथ टीम घटनास्थल पर पहुंची और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की मानक प्रक्रिया के अनुसार गठित समिति द्वारा घटनास्थल और मृत बाघ का निरीक्षण किया गया ।
मृत बाघ के सभी अंग सही सलामत पाए गए
उक्त मृत बाघ की अंदाजन उम्र 9 से 10 वर्ष की है तथा प्राथमिक जांच में मृत बाघ की पहचान टी-9 के रूप में हुई है । चूंकि मृत बाघ के सभी अंग सही सलामत पाए गए इसलिए यह मामला शिकार से जुड़ा ना होकर आपसी वर्चस्व की लड़ाई में गंभीर चोटों के कारण बाघ की मृत्यु हुई होगी ऐसी संभावना जताई जा रही है।
जांच के दौरान बाघ के शरीर पर पंजे एवं चोट के निशान मिले हैं जिससे प्रथम दृष्टिया यह प्रतीत हो रहा है कि जंगल में दो बाघों के बीच आपसी वर्चस्व की लड़ाई को लेकर खूनी संघर्ष छिड़ा होगा।
बहरहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा इसके लिए पोस्टमार्टम करते वक्त मृत बाघ के विसेरा का सैंपल जांच के लिए एकत्र किया गया है , शव परीक्षण के बाद मृत बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
जंगल में बाघों के बीच अक्सर इलाके में वर्चस्व को लेकर खूनी भिड़ंत होती रहती है फिलहाल इसी खूनी फाइट में एक टाइगर की मौत हो गई ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है।
रवि आर्य