कम्प्यूटर चोरी के पीछे शासकीय डाटा उड़ाना तो मकसद नहीं?
गोंदिया :गोंदिया, गड़चिरोली तथा चंद्रपूर जिले के तहसील कार्यालय, पंचायत समिति , ग्राम पंचायत व शालाओं में डिजीटल इंडिया मुहिम के तहत अब समूचा कामकाज कम्पूयटराईजड हो चुका है।
गांव में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की पहचान, उसके नाम दर्ज जमीन और विभिन्न योजनाओं के तहत मिलने वाले अनुदान की सारी जानकारियां इन्हीं कम्प्यूटरों की हार्डडिस्क में मौजुद रहती है, एैसे में जब ग्राम पंचायत कार्यालयों के ताले तोड़कर, दफ्तर में रखे संगणक चोरी चले जाते है तो वहां का सारा कामकाज ना सिर्फ ठप पड़ जाता है बल्कि गोपनीय जानकारियां भी इन साहित्यों को चुराने वालों के हाथ लग जाती है।
३ जिलों के कार्यालयों में अब तक हुई है ३ दर्जन चोरियां
गोंदिया जिले के गोरेगांव, नवेगांवबांध, अर्जुनी मोरगांव, डुग्गीपार थाना अंतगर्र्त आने वाले ग्राम पंचायतों से कम्प्यूटर, सीपीयू, मॉनिटर, बेव कैमरा, प्रिंटर, थम्ब मशीन आदि चोरी चले जाने के अब तक दर्जनों मामले दर्ज पड़े है। उसी प्रकार गड़चिरोली जिले के आरमोरी, गड़चिरोली, कुरखेड़ा, पुराड़ा थाने में इसी तरह की वारदातें दर्ज है और चंद्रपुर जिले के ब्रम्हपूरी थाने में एैसी ३ शिकायतें दर्ज है।
पुलिस का खुफिया तंत्र काम कर गया, ३ की धरपकड़
शासकीय दफ्तरों से कम्प्यूटर उड़ाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था, लिहाजा उसने खुफिया तंत्र की मदद ली।
२८ जनवरी को गोंदिया जिला पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे के मार्गदर्शन में स्थानिक अपराध शाखा दल के सापोनि रमेश गर्जे व उनकी टीम ने सड़क अर्जुनी परिसर से एक संदिग्ध आरोपी धम्मदीप (१९ रा. खाडीपार पो. पांढरी त. सड़क अर्जुनी) को अपने कब्जे में लिया तथा हुई पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर विकास (२४ रा. कमलानगर देसाईगंज जि. गड़चिरोली) तथा फरदीन (१९ रा. कमलानगर त. वड़सा जि. गड़चिरोली) को कस्टडी में लिया गया तथा तीनों आरोपियों को साथ बिठाकर पूछताछ करने के बाद पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से तहसील कार्यालय, ग्राम पंचायत, जि.प. शाला जैसे १९ दफ्तरों से उड़ाए गए शासकीय साहित्य को जब्त किया।
दजर्र्न भर कम्प्यूटर, ४ बाइक बरामद
दर्जनभर कम्प्यूटर जब्त करने के बाद पुलिस ने इनसे अधिक पूछताछ शुरू की तो आरोपियों ने ४ बाइक उड़ाने की कबूली की। पुलिस ने इन उड़ायी गई ४ मोटर साइकिलों को भी बरामद कर लिया है। इस तरह कुल ४ लाख ५७ हजार ४५० रू. का साहित्य जब्त कर अब आरोपियों से अन्य इलाकों में की गई चोरियों के संदर्भ में कड़ी पूछताछ की जा रही है। कयास लगाये जा रहे है, इस गिरोह के तार अंतर्राज्जीय गिरोह से जुड़े हो सकते है ? तथा उड़ाये गए कम्प्यूटरों से डाटा निकालकर वह गोपनीय जानकारियां किसी व्यक्ति को सौंपना तो इनका मकसद नहीं था? इस दिशा में भी पुलिस जांच कर रही है।
बहरहाल कम्प्यूटर और बाइक चोरी की इस गुत्थी को सुलझाने में स्थानिक अपराध शाखा दल के निरीक्षक रमेश गर्जे, प्रमोद बघेले, उपनि. तेजेंद्र्र मेश्राम, पुलिस कर्मी गोपाल कापगते, लिलेंद्र बैस, विजय रहांगडाले, चंद्रकांत करपे, भूवनलाल देशमुख, रेखलाल गौतम, मधुकर कृपाण, चितरंजन कोड़ापे, भुमेश्वर जगनाड़े, राजेश बढ़े, पंकज खरबड़े, विनोद गौतम, ओंकार गौतम आदि का विशेष सहयोग रहा।
रवि आर्य