350 ने लिया हिस्सा ,बचपन से पचपन में दिखी साइकिल की दीवानगी
गोंदिया। सुबह की पहली किरण के साथ साइकिल चलाते हुए सैकड़ों युवा, युवतियां, बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं स्थानीय सिंधी कॉलोनी के दशहरा मैदान से आयोलाल-झूलेलाल, सिंधी दिवस अमर रहे का जयघोष करते हुए नगर भ्रमण को निकले, इनके जज्बे ने माहौल में गर्माहट ला दी। मौका रहा चेट्रीचंड्र महोत्सव पर एक दिशा संस्था (सिंधु सेवा समिति) द्वारा निकाली गई साईकिल रेली का।
स्वच्छता , पर्यावरण संरक्षण तथा बेहतर स्वास्थ्य के जन जागरण के लिए 31 मार्च गुरुवार सुबह साइकिल रैली का आयोजन किया गया जिसमें बचपन से पचपन तक के सिंधी समाज बंधु शामिल हुए। संत कंवरराम मैदान से साइकिल रैली की शुरुआत सुबह 7 बजे गणमान्यों द्वारा झंडी दिखाकर की गई । इसके लिए 350 से अधिक लोगों ने अपना पंजीयन कराया था, घरों से अपनी- अपनी साइकिल लेकर पहुंचे इन साइकिल सवारों ने साइकिल में पीले रंग के झंडे बांधे और इन्हें स्टीकर वितरित किए गए जिसके बाद सामने डीजे की मधुर धुन और पीछे 350 साइकिल सवारों का हुजूम नगर भ्रमण हेतु निकल पड़ा। इन साइकिल सवारों का हौसला बढ़ाने के लिए मॉर्निंग वॉक को निकले कई ग्रुप ने तालियां बजाकर इनका स्वागत किया।
दशहरा मैदान से संगम बिल्डिंग, शंकर चौक, भवानी चौक, चांदनी चौक, गांधी प्रतिमा, जयस्तंभ चौक , कचहरी रोड , हनुमान मंदिर चौक सिविल लाइन, नेहरू चौक, गोरेलाल चौक, दुर्गा चौक, इसरका मार्केट , बापूजी व्यामशाला , यादव चौक , हेमू कॉलोनी चौक , बाराखोली मार्ग से शंकर चौक होते हुए साइकिल रैली संत कंवरराम मैदान के गंतव्य तक पहुंची जहां साइकिल रैली में सम्मिलित होने वालों के लिए अल्पाहार और जलपान की व्यवस्था एक दिशा संस्था ( सिंधु सेवा समिति) द्वारा की गई।
आयोजन के सफलतार्थ संस्था के पदाधिकारी भरत बख्तानी, अंकुश डोडानी, धवल चंदवानी, मोहित टहिल्यानी, हीरानंद बख्तानी , नयन मैनानी, विकास चांदवानी, विनोद वाधवानी, मोहित केशवानी, धर्मेंद्र मेघवानी का विशेष योगदान रहा।
आज आनंदोत्सव मेले में सिंधी व्यंजनों की बगिया ‘ खाना खजाना’
व्यंजन एक तरफ और सिंधी व्यंजनों की बगिया एक तरफ .. सिंधी लज़ीज़ पकवानों का स्वाद अपने आप में लाजवाब है । प्रतिवर्ष झूलेलाल जयंती ( चेट्रीचंड महोत्सव ) के उपलक्ष में सिंधी स्कूल ग्राउंड पर लगने वाले भव्य आनंदोत्सव का चटकारा और उसका स्वाद सिंधी समाज बंधुओं को खींच लाता है।
जहां आज 31 मार्च गुरुवार शाम 6 बजे से सिंधी समाज हेतु विभिन्न क्षेत्रीय पंचायतों और संस्थाओं द्वारा 20 से अधिक खाना खजाना के स्टाल लगाए गए हैं।
मात्र 10 रुपए में परोसे जाने वाले इन खट्टे- मीठे पकवानों के निराले स्वाद का लुफ्त उठाने के लिए प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में सिंधी समाज बंधु जुटते हैं।
इनमें पनीर पकौड़ा , बीह पकौड़े ,मिरचाई पकौड़ा ,चटनी – ढोढो ,वेज सेन्डविच ,सिंधी चिलो , भोरी ऐं मालपुआ, सेयल भाजी॒ ऐं बेसणी- टिक्की फुलको, सतपुड़ो खीर में ,दाल पकवान ,सन्हा (बारीक ) पकोड़ा ऐं ब्रेड ,पल्ली ढोढो, गुपचुप दही में कढ़ी – चांवर ऐं आलू-कचालू चटणी, विभिन्न प्रकार की मिठाइयां,लस्सी-छाछ- ठंडाई-पानी बोतल, मिठी – ब्रेड ऐं छोला – ब्रेड ,सयूं – पटाटा ,छप्पन भोगु॒ , मिर्ची पकोड़ा दही में एवं बेसन के लड्डू , आनंदोत्सव मेले में लगने वाले इन स्टालों पर कुछ भी खाइए शानदार जानदार व्यंजन मात्र 10 रुपए में।
रवि आर्य