गोंदिया। पानी की उपलब्धता और पानी की किल्लत किसी भी जिले की प्रगति और गति को निर्धारित करती है। वर्षा जल का पर्याप्त संरक्षण न होने के कारण भूमिगत जल का स्तर गोंदिया जिले में कम होता जा रहा है इसके लिए जल संरक्षण और जीवन संरक्षण के प्रति संकल्पित होते हुए वर्ष 2019 में विधायक विनोद अग्रवाल ने महाराष्ट्र- मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित वैनगंगा नदी पर ग्राम डांगोर्ली में पेयजल और कृषि क्षेत्र के पानी के लिए बैराज के निर्माण हेतु कटिबद्धता दर्शाते हुए जनता से वादा किया था तथा विधानसभा सत्र में बार-बार इस मुद्दे को रखते हुए बैराज निर्माण की योजना को प्रशासकीय मंजूरी प्रदान करने हेतु आवाज उठाई इसके साथ ही विधायक विनोद अग्रवाल ने अगस्त 2022 में MWRRA ( महाराष्ट्र जल संसाधन विनियमन प्राधिकरण ) से हरी झंडी दिलाने में सफलता प्राप्त की तत्पश्चात वर्ष 2023 में SLTC से मंजूरी लाने में सफलता प्राप्त की।
अब सभी 4 प्रकार की बाधाओं को दूर करते हुए राज्य सरकार ने 395 करोड़ के इस प्रकल्प को मंजूरी प्रदान कर दी है।
विधायक विनोद अग्रवाल ने कहा- जल ही जीवन है , जल के बिना मानव का जीवन सुरक्षित नहीं रह सकता ? जनसंख्या में लगातार वृद्धि के साथ प्रत्येक व्यक्ति के लिए पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना बहुत जरूरी था इस महत्वाकांक्षी बैराज का निर्माण कराकर किसान भाइयों को एवं गोंदिया शहर की जनता को 24 घँटे जलापूर्ति कराने का प्रयास करेंगे।
राज्य सरकार से प्रशासकीय मंजूरी मिलने पर विधायक विनोद अग्रवाल ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे , उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, अजित पवार का आभार माना। डांगोरली का ये बैराज 395 करोड़ रुपयों की निधि से निर्माण होगा। मध्यप्रदेश राज्य से वनजमींन एंव डूब क्षेत्र के लिए आने वाली बाधाओं से निपटने हेतु सचिव स्तर पर कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
विधायक विनोद अग्रवाल ने कहा, ये मेरा सपना था कि वैनगंगा नदी के डांगोरली घाट पर बैराज बने।
नदी में जलस्तर होने के बावजूद इस पानी का लाभ आसपास के गावों को एंव गोंदिया शहर को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नही हो पाता था पर अब इस बैराज के निर्माण से तहसील के 5861 हेक्टर क्षेत्र सिंचन से लाभान्वित होगा।
विधायक विनोद अग्रवाल ने कहा, इस प्रकल्प के निर्माण से तहसील के टेढ़वा, शिवनी, डांगोरली, देवरी, नवेगांव उपसा सिंचन योजना सहित अनेक गाँव सिंचन से लाभान्वित होंगे वहीं गोंदिया शहर को 24 घँटे जलापूर्ति होगी।
रवि आर्य