गोंदिया। भ्रष्टाचार को लेकर सरकार जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपने हुए हैं लेकिन सरकारी कार्यालयों में रिश्वतखोरी जड़े जमाए हुए है इसके चलते जिले के तमाम विभागों से भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
ताजा मामला जिला स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा हुआ है जहां वेतन श्रेणी प्रोत्साहन भत्ता, घर भाड़ा , एरियस बिल निकालने के लिए गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव तहसील के महागाव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कनिष्ठ सहायक पद पर नियुक्त ( वर्ग 3 श्रेणी ) फरियादी कर्मचारी से आरोपी वैधकीय अधीक्षक ने 8% कमीशन दर से 48 हजार रिश्वत की डिमांड कर दी , मामले की जांच और एसीबी टीम ने दस्तक देते हुए आरोपी डॉ. अंबर श्रीराम मडावी ( 44 , आयुर्वेदिक अस्पताल बाराभाटी , अतिरिक्त कार्यभार प्राथमिक आरोग्य केंद्र ( महागाव तहसील अर्जुनी मोर ) को धरदबोचा तथा उसके खिलाफ अर्जुनी मोरगांव थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंध अधिनियम के विभिन्न आधारों के तहत मामला दर्ज किया है।
वाक्या कुछ यूं है कि…?
अर्जुनी मोरगांव तहसील के नवेगांवबांध निवासी 33 वर्षीय शिकायतकर्ता यह तहसील के ग्राम मोहगांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कनिष्ठ सहायक के रूप में कार्यरित है। फिर्यादी ने वेतन निर्धारण, नक्सल भत्ता/ प्रोत्साहन भत्ता एवं अतिरिक्त मकान किराया भत्ता बकाया के अंतर की राशि 6,07,320/- रूपये का बिल पास करवाने हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महागांव के वैद्यकीय अधिकारी (अतिरिक्त प्रभारी) डॉ. अंबर श्रीराम मड़ावी (44) से भेंट की जिसपर डॉ मड़ावी ने उक्त बिल पर हस्ताक्षर कर उसे जिला स्वास्थ्य अधिकारी (जिला परिषद गोंदिया) के कार्यालय में भेजने के लिए कुल बिल रकम का 10 प्रतिशत अर्थात 60 हजार रुपये देने की डिमांड कर दी। चूंकि फिर्यादी यह रिश्वत देने का इच्छुक नहीं था लिहाजा उसने 11 जून 24 को भ्रष्टाचार प्रतिबंध विभाग में शिकायत दर्ज करा दी।
2 दिन तक एसीबी अधिकारियों ने मामले की जांच की तत्पश्चात भ्रष्ट अधिकारी की धरपकड़ हेतु जाल बिछाया गया।
एसीबी विभाग अधिकारियों ने तहसील स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय अर्जुनी मोरगांव में जाल बिछाकर वैद्यकीय अधिकारी डॉ. मड़ावी इसे शिकायतकर्ता से मोलभाव पश्चात बिल की रकम का 8 प्रतिशत याने 48000 रुपये स्वीकार करते पकड़ा गया। रिश्वतखोर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ अर्जुनी मोरगांव थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
उक्त कार्रवाई एसीबी नागपुर के पुलिस अधीक्षक राहुल माकणीकर, अपर पुलिस अधीक्षक सचिन कदम तथा संजय पुरंदुरे के मार्गदर्शन में पुलिस उपअधीक्षक गोंदिया विलास काडे, पोनि अतुल तवाड़े, उमाकांत उगले, पो.ह. संजयकुमार बोहरे, मंगेश काहालकर, नापोसि संतोष शेंडे, संतोष बोपचे, अशोक कापसे, मनापोसि संगीता पटले, रोहिणी डांगे, चालक नापोसि दिपक बाटबर्वे ने की।
रवि आर्य