वारदात के 25 दिनों बाद पुलिस के हत्थे चढ़े
गोंदिया: शहर में लगातार हो रही चोरी-घरफोड़ी की घटनाओं ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है। इन चोरियों का पर्दाफाश करने तथा अज्ञात चोर गिरोह की धरपकड़ हेतु पुलिस द्वारा अब खुफिया तंत्र की मदद भी ली जा रही है, इसी बीच गत दिनों रामनगर थाना क्षेत्र के विजयनगर इलाके में घटित हुई बड़ी चोरी की वारदात का पर्दाफाश करने में स्थानिक अपराध शाखा पुलिस दल ने सफलता अर्जित की है।
2.19 लाख के सोने के सिक्के, चांदी की मुर्ति, बर्तन व नगदी चुराने वाले 2 शातिर चोरों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
घटना 10 मार्च के रात 8 बजे से 11 मार्च के सुबह दरमियान विजयनगर के भगतसिंह वार्ड में घटित हुई थी। फिर्यादी रविंद्र रूपचंद बिसेन (47 ) यह अपने मकान के दरवाजे को ताला लगाकर बाहर गांव गया था इसी दौरान अज्ञात चोरों ने दरवाजे का ताला तोड़कर भीतर प्रवेश करते हुए बेडरूम की अलमारी से सोने चांदी के आभूषण तथा 11 हजार नगद सहित कुल 2 लाख 19 हजार 600 रूपये का माल पार कर दिया था।
बाहर गांव से लौटने पर चोरी की बात संज्ञान में आते ही फिर्यादी ने रामनगर थाने पहुंच धारा 457, 380 के तहत अज्ञातों के खिलाफ अपराध दर्ज कराया।
घटित बड़ी चोरी की वारदात को गंभीरता से लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे ने आरोपियों की धरपकड़ हेतु स्थानिक अपराध शाखा पुलिस को जांच का जिम्मा सौंपा। एलसीबी के पुलिस निरीक्षक बबन अव्हाड़ के नेतृत्व में जांच शुरू की गई इसी बीच पुलिस को गुप्तचर से पुख्ता जानकारी हाथ लगी , सूचना के आधार पर रामनगर क्षेत्र से बबन (23 रा. मरारटोली) तथा विकास उर्फ कालू (20 रा. विजयनगर) को डिटेन किया गया। कड़ी पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर दिया तथा उनकी निशानदेही पर चुराए गए सोने-चांदी के आभूषण हस्तगत कर लिए गए।
उक्त दोनों आरोपियों को अब रामनगर पुलिस ने सुपुर्द किया गया है। प्रकरण के आगे की जांच पोउपनि किशोर वागज कर रहे है।
जिला पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे के मार्गदर्शन में चोरों को गिरफ्तार करने में एलसीबी के पुलिस निरीक्षक बबन अव्हाड़, उपनिरीक्षक अभयसिंग शिंदे, पो.ह. राजेंद्र मिश्रा, अर्जुन कावड़े, भुवनलाल देशमुख, पो.ना. महेश मेहर, रेखलाल गौतम, तुलसीदास लुटे, दिक्षीत दमाहे, धनजंय शेंडे, पालांदूरकर, विनोद बरैय्या, मोहन शेंडे, चालक विनोद गौतम, मुरली पांडे आदि ने सफलता अर्जित की।
रवि आर्य