गोंदिया। आपदाओं के दौरान संचार बनाए रखने के लिए सैटेलाइट फोन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं , गोंदिया जिले के दूरदराज के स्थानों में आपात स्थिति के दौरान जहां नियमित संचार नेटवर्क अनुपलब्ध है ऐसे में जुड़े रहने के लिए सेटेलाइट फोन एक आवश्यक उपकरण है वे सेल्यूलर टावरों पर निर्भर नहीं होते हैं तथा परिक्रमा कर रहे हो उपग्रह को रेडियो सिगनल भेजकर काम करते हैं।
मानसून का दौर शुरू हो गया और जिले में बाढ़ की स्थिति में प्रशासन को नागरिकों के साथ निर्बाध समन्वय जारी रखने हेतु नई तकनीक का उपयोग करके जन और धन की हानि को कम करने में सेटेलाइट फोन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा उक्त आशय के उद्गार डिप्टी कलेक्टर श्रीमती स्मिता बेलपत्रे ने 6 जुलाई को जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित ‘ सेटेलाइट फोन हैंडलिंग प्रशिक्षण ‘ अवसर पर व्यक्त करते हुए राज्य सरकार की ओर से जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोंदिया को भेजे गए 10 सैटेलाइट फोन उपलब्ध कराते हुए कहा -मानसून अवधि के दौरान टेलीफोन लाइन के खराब होने और मोबाइल फोन के सिग्नल ( नेटवर्क ) नहीं आने की स्थिति में प्रशासन और नागरिकों के बीच समन्वय के लिए सेटेलाइट फोन का उपयोग महत्वपूर्ण होगा।
इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के रेडियो मैकेनिक उमेश हजारे और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी राजन चौबे ने उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में सेटेलाइट फोन को संभालने , नेटवर्क सर्चिंग , कॉलिंग , मैसेजिंग , जीपीएस लोकेशन व अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों का प्रत्यक्ष प्रदर्शन ( डेमो ) उपस्थित जवानों के बीच किया गया।
इस मौके पर अनुविभागीय अधिकारी गोंदिया पर्वणी पाटिल , अनुविभागीय अधिकारी तिरोड़ा- पूजा गायकवाड , गोंदिया फायर ऑफिसर नीरज काले , नायाब तहसीलदार , सहायक उप निरीक्षक उमेश धनराज हजारे , सूरज गणेश गुप्ता , पुलिस कंट्रोल रूम के अधिकारी ,बाघ इटियाडोह विभाग , पाटबंधारे सिंचाई विभाग के अधिकारी तथा अग्निशामक विभाग गोंदिया और जिला खोज एवं बचाव दल के सदस्य उपस्थित थे।
रवि आर्य