Published On : Sat, Apr 11th, 2020

बुरे संकट के दौर में है गोंदिया – भंडारा की अर्थव्यवस्था – प्रफुल पटेल

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( किसान , व्यापारी, उद्योगपतियों की आर्थिक दशा पर जताई चिंता )

गोंदिया/भंडारा-राष्ट्रवादी कांग्रेस के कद्दावर नेता व सांसद प्रफुल्ल पटेल ने गोंदिया- भंडारा जिले के नागरिकों के नाम विडियो संदेश जारी करते हुए कहा है- वैश्विक महामारी कोरोना से निश्चित ही लोगों के स्वास्थ्य को एक बढ़ा नुकसान हुआ है।

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लेकिन उससे भी अधिक नुकसान देशव्यापी लाक डाउनउन के कारण दोनों जिलों की अर्थव्यवस्था को होता दिखाई दे रहा है। बुरे संकट के दौर में फंसी इस अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाना सरकार और हम सबके के सामने एक बड़ी चुनौती होगी । आज देश के विभिन्न प्रदेशों में गोंदिया- भंडारा जिले से लाखों नागरिक रोजी-रोटी कमाने हेतु महानगरों की ओर जाते हैं वहां कारखानों में , उद्योगों में , कंपनियों में काम करते हैं , मजदूरी करते हैं ।

आज उनकी मजदूरी का क्या है ? उन्हें आगे काम मिलेगा कि नहीं ? रोजगार रहेगा कि नहीं ? नौकरी बचेगी कि नहीं ? गोंदिया भंडारा जिले में छोटा-मोटा कारोबार करने वाले दुकानदारों का धंधा रहेगा कि नहीं ? दोनों जिलों में जो मिलें है, कारखाने हैं , उद्योजक हैं उनका क्या होगा ?
जिले में जो सब्जी उत्पादक , दूध उत्पादक किसान है , उन्हें आज भाव नहीं है , उन्हें मार्केट नहीं है ? उनका क्या होगा ?
यह सारे प्रश्न हमारे लिए महत्व के रहने वाले हैं।

हमारे गोंदिया -भंडारा दोनों जिलों में जो धान उत्पादक किसान हैं उन्हें जैसे गत वर्ष प्रति किविंटल 2500 रुपए का समर्थन मूल्य घोषित किया गया और महाराष्ट्र शासन ने उनकी कर्जमाफी की तथा केंद्र सरकार की ओर से किसान सम्मान योजना के तहत उनके खाते में पैसे देकर उनकी मदद की गई , ऐसी ही आर्थिक सहायता किसानों को उपलब्ध करानी होगी तथा उनकी उपज का उन्हें उचित मूल्य मिलता रहे , सही मार्केट उपलब्ध हो इसके लिए भी हमें प्रयत्नशील रहना होगा नहीं तो दोनों जिलों की अर्थव्यवस्था इस वक्त बुरे संकट के दौर में पहुंच चुकी है।

रवि आर्य

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