किसान और खेत मजदूर दोनों कर रहे हैं ग्राम पंचायत पांढराबोड़ी के नियमों की सराहना
गोंदिया: हम हमेशा देखते हैं कि एक कारपोरेट कंपनी में कर्मचारियों के काम के घंटे और वेतन निश्चित होते हैं । गोंदिया जिले के पांढराबोड़ी ग्राम पंचायत ने कृषि मजदूरों को समान काम के एवज में समान भुगतान के तहत अतुलनीय आदेश पारित कर जहां किसानों को राहत दी है , वहीं पहले मानदेय भुगतान बरोबर न होने से मजदूरों में इस बात को लेकर नाराजगी थी कि कृषि कार्य पर खेती में देरी से पहुंचने वाले मजदूरों को भी समान वेतन दिया जा रहा है लेकिन अब काम पर पहुंचने का समान समय तय करते हुए पांढराबोड़ी ग्राम पंचायत ने उचित पारिश्रमिक मजदूरी दर भी तय कर दी है तथा लेट पहुंचने पर मजदूरी दर में कमी के आदेश भी दिए हैं।
इतना ही नहीं नियमों का उल्लंघन किया तो लगेगा दोनों पक्षों को जुर्माना यह आदेश भी पारित किया है।
सबसे हैरानी और मजे की बात यह है कि पांढराबोड़ी ग्राम पंचायत के समान काम के लिए समान वेतन इस अभिनव पहल की सराहना किसान और खेत मजदूर दोनों कर रहे जिसके चलते गोंदिया तहसील का यह गांव प्रदेश में चर्चा में आ गया है।
गौरतलब है कि गोंदिया जिले को राइस सिटी (चावल अन्न भंडार ) के रूप में जाना जाता है।
खरीफ सीजन के दौरान गोंदिया जिले में बड़े पैमाने पर धान की खेती होती है उस समय किसानों के बीच पहले पौधारोपण (रोहणी कार्य करने ) की होड़ मची रहती है इसलिए कृषि कार्य के लिए श्रम की अत्याधिक मांग है।
इसी दौरान असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले कृषि मजदूरों की रोज़ी ( दिहाड़ी मजदूरी ) का हनन रोकने तथा किसानों को भी राहत पहुंचाने के उद्देश्य से समान भुगतान का आदेश पांढराबोड़ी ग्राम पंचायत ने पारित किया है।