मृत तेंदुए का पोस्टमार्टम कर , अंग जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे गए
गोंदिया। घने जंगलों से घिरे गोंदिया वनविभाग के तिरोड़ा वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले वड़ेगांव सहवनक्षेत्र के कोडेलोहारा बिट स्थित ग्राम माल्ही के झुड़पी जंगल के गट नं. 270 में 19 मई के लगभग शाम 4 बजे एक तेंदूआ मृतावस्था में पाया गया।
तेंदूए के शव की जानकारी मिलते ही क्षेत्र सहायक एम.एम. कडवे तत्काल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया तथा सूचना वनपरिक्षेत्र अधिकारी एस.के. आकरे को दी गई। इसी बीच रूक-रूक कर बारिश होने से तथा देर शाम अंधेरा हो जाने से वनपरिक्षेत्र अधिकारियों ने मृत तेंदूए के शव को उसी स्थान पर सुरक्षित रखने के लिए रात्रि सुरक्षा बल तैनात कर दिया।
आज 20 मई के सुबह उपवनसंरक्षक कुलराजसिंह, सहायक वनसंरक्षक आर.आर. सदगीर, तिरोड़ा वनपरिक्षेत्र अधिकारी एस.के. आकरे, पशुधन विकास अधिकारी डॉ. विवेक गजरे (एकोड़ी), डॉ. विद्या वानखेड़े (वड़ेगांव), डॉ. रेणुका शेंडे (तिरोड़ा) तथा मानद वन्यजीव रक्षक सावन बहेकार की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर मृत तेंदूए के शव की जांच की।
जांच के दौरान तेंदूए के सभी अवयव (अंग) सही पाए गए, जिसके बाद तेंदूए के शव का पोस्टमार्टम करते हुए मृत्यु के कारणों का पता लगाया गया। साथ ही वनकर्मचारियों व श्वान रामु तथा नवेगांव- नागझिरा व्याघ प्रकल्प के श्वान पथक के कर्मचारी राऊत की मदद से घटनास्थल व आसपास के क्षेत्र का मुआयना किया गया।
प्राथमिक जांच के दौरान तेंदूए के सीने पर पाए गए गहरे जख्म से यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि, घाव से रक्तस्त्राव होने के चलते तेंदूए की मौत हुई होगी। बहरहाल मृत्यु के असल कारणों का पता लगाने के लिए मृत तेंदूए के अंग के नमूने वैद्यकीय जांच के लिए लिए गए है।
पोस्टमार्टम पश्चात वनाधिकारियों की मौजूदगी में तेंदूए का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मामले की हर पहलू से जांच पड़ताल की जा रही है, एैसी जानकारी सहायक वनसंरक्षक गोंदिया वनविभाग की ओर से दी गई है।
रवि आर्य