गोंदिया। गोंदिया शहर के 42 वार्डों के प्राय सभी मोहल्लों में नलों से मटमैला पानी आने से लोग खासे परेशान हो गए हैं। विगत 3 दिनों से पीने के पानी की बदहाल व्यवस्था को लेकर गोंदिया शहर के गणेश नगर , बजरंग नगर फूलचूर रोड , श्रीनगर , भीमनगर , मरारटोली, सिंधी कॉलोनी , माताटोली जैसे अनेक इलाकों के बाशिंदे जहां एक और मिट्टीयुक्त मटमैले पानी को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बता रहे वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण पर उदासीनता का आरोप लगा रहे है।
विशेष उल्लेखनीय के महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण अंतर्गत जलापूर्ति की जाती है तथा शहर की अधिकांश आबादी नल से आने वाले मीठे पानी पर ही निर्भर है ऐसे में नलों से गंदा मटमैला पानी आने से लोगों के लिए मुसीबत बन गई है।
बताया जाता है कि बारिश के दिनों में जल स्रोतों से मिलने वाले हैं पानी को जल शुद्धीकरण मैं फिल्टर करने के बाद भी वह पूरी तरह साफ नहीं हो पाता क्योंकि बारिश के दिनों में जमीन के भीतर दबे बड़े-बड़े पाइपों में भी कहीं-कहीं कीचड़ भरा होता है ऐसी स्थिति आने पर प्रतिवर्ष बारिश के मौसम में जनता की शिकायतें आने लगती है लेकिन इसके स्थाई समाधान की दिशा में उपाय योजना करने की ओर महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण ( एमजेपी ) प्रशासन दुर्लक्ष कर रहा है।
अधिकांश इलाकों के नलों में मटमैला तो कहीं बदबूदार पानी आने से जनता इसी पशोपेश में है अगर ऐसे मटमैले पानी का वे उपयोग करें तो कई प्रकार की बीमारियां हो सकती है तथा उन्हें बेवजह अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ेंगे ।
लोग पीने योग्य पानी के लिए इधर-उधर भटकते नज़र आ रहे
पिछले 3 दिनों से शहर के अधिकांश क्षेत्रों में नलों से मटमैला पानी सप्लाई हो रहा है जो मिट्टीयुक्त होने के कारण यह पीने के लायक नहीं है लिहाज़ा लोग पीने योग्य पानी के लिए इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं तो वहीं कुछ इस मटमैले पानी को उपयोग के योग्य बनाने हेतु फिटकरी का इस्तेमाल कर रहे और वही कुछ परिवार उसे उबालने के बाद छानकर पी रहे हैं।
मिट्टीयुक्त मटमैले पानी की समस्या से ग्रस्त शहर के कुछ इलाकों के परिवारों से हमने इस संदर्भ में चर्चा की तो बजरंग नगर फूलचूर रोड निवासी आनंद गुप्ता ने कहा- महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण ने समस्या का शीघ्र निराकरण नहीं किया तो मटमैला पानी पीने से पेट दर्द के मरीजों की संख्या में और भी इजाफा होता जाएगा , इसलिए गोंदिया जिलाधिकारी ने भी इस तरह की सेहत से खिलवाड़ करने वाली घटनाओं पर प्रतिबंधात्मक उपाय योजना करने की अपील करते हैं।
रवि आर्य