प्रवेश शुल्क बढ़ने से पर्यटन को प्रोत्साहन कैसे मिलेगा ?
गोंदिया। नागझिरा वन्यजीव अभयारण्य और न्यू नागझिरा वन्यजीव अभयारण्य, नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान और नवेगांव वन्यजीव अभयारण्य में जंगल सफारी के लिए पर्यटन प्रवेश शुल्क , पर्यटक वाहन प्रवेश शुल्क तथा कैमरा फीस की दरों में वृद्धि की गई है। वित्त व नियोजन मंत्री की अध्यक्षता में नवेगांव नागझिरा कंजर्वेशन फाउंडेशन बोर्ड की बैठक में पर्यटन शुल्क , वाहन प्रवेश शुल्क और कैमरा शुल्क वृद्धि को मंजूरी दी गई है, यह बढ़ी हुई दरें 1 नवंबर 2021 से लागू होंगी।
भारतीय पर्यटकों से सफारी के लिए प्रवेश शुल्क के रूप में प्रति व्यस्क 125 रूपए तथा प्रति छात्र (5 वर्ष से अधिक) 60 रूपए और विदेशी पर्यटकों से 250 रुपए प्रति पर्यटक वसूले जायेंगे। वही अभयारण्यों में प्रवेश हेतु हल्के वाहन जिप्सी और कार के लिए 350 रूपए प्रति यात्रा और , भारी वाहन (बस) के लिए 500 रुपए प्रति वाहन, प्रति यात्रा देना होगा । भारतीय नागरिकों के लिए कैमरा शुल्क फिक्स्ड कैमरा ( प्रति कैमरा) 250 रुपए प्रति राउंड , मूवेबल कैमरा प्रति कैमरा 500 रुपए प्रति राउंड तथा विदेशी पर्यटकों के लिए 900 प्रति राउंड और वेरिएबल कैमरा (प्रति कैमरा) के लिए 1100 रूपए प्रति राउंड शुल्क निर्धारित किया गया है। यह संशोधित शुल्क 1 नवंबर 2021 से प्रभावी होंगे।
1 नवंबर, 2021 के बाद यदि पर्यटकों को आरक्षण टिकट पर पुरानी दर से आरक्षण मिलता है, तो उन्हें पर्यटक प्रवेश द्वार पर अंतर का भुगतान करना होगा। यह जानकारी वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व आर.एम रामानुजम ने दी है।
जंगल सफारी के लिए अभ्यारण आते हैं सालाना 30,000 पर्यटक
त्योहार और छुट्टियों के दिन शुरू होते ही जंगल सफारी का आनंद लेने हेतु नवेगांव नागझिरा टाइगर रिजर्व में पर्यटन के लिए बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं। नागजीरा अभयारण्य में शेर दर्शन के लिए पर्यटकों की भीड़ उमड़ती है इस अभ्यारण का न्यू नागझिरा अभ्यारण के रूप में विस्तार हुआ है । यहां शेर , चीता, ब्लैक पैंथर, भालू , मोर, हिरण, सांभर, बारहसिंघा, नीलगाय और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों के अलावा कई वन्यजीवों को खुले में विचरण करते हुए सहज ही देखा जा सकता है।
पिटेझरी गेट , मंगेझरी गेट और चोरखमारा गेट से पर्यटकों की एंट्री होती है।
वन्यजीव विभाग द्वारा नागझिरा और नवेगाव बांध राष्ट्रीय उद्यान परिसर में वन्य प्राणियों के लिए 224 कृत्रिम जलाशय बनाए गए हैं वन्य जीवों के प्रत्यक्ष निरीक्षण के लिए 54 निरीक्षण कुटी (मचान ) बनाई गई है। गोंदिया भंडारा जिले के मध्य स्थित 152 किलोमीटर ( 59.00 वर्ग मील ) में फैले इस अभ्यारण में सालाना लगभग 30,000 देसी विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं।
पर्यटन को आनंद का दरिया बनाएं, कमाने का जरिया नहीं ?
नवेगांव नागझिरा टाइगर रिजर्व यह सुरम्य, रमणीय ,ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है।। कोरोना महामारी से ट्यूरिज्म सेक्टर प्रभावित रहा अब फिर से धीरे-धीरे पर्यटन उद्योग पटरी पर आने के लिए मेहनत कर रहा है । ऐसे में शुल्क वृद्धि से घरेलू और विदेशी पर्यटकों की जेब पर इसका असर पड़ेगा। इस पर्यटन दर वृद्धि पर पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि- सरकारें शुल्क में वृद्धि करती रहीं है लेकिन इन पर्यटन स्थलों का आधुनिकीकरण , समुचित सुविधा और सौंदर्यीकरण की ओर अपेक्षित ध्यान नहीं दे पाई है। इन पर्यटन क्षेत्रों पर सैलानियों का आकर्षण बढ़ाने के लिए समुचित सुविधाएं तथा आवागमन के साधनों , सुविधा युक्त कॉटेज , और बेहतर खानपान (सर्व सुविधा युक्त कैंटीन) की दिशा में निरंतर काम होना चाहिेए।
रवि आर्य