गोंदियाः बदनसीब महिला ने सुनाई मानव तस्करों के अत्याचारों की दर्दनाक दास्तां
गोंदिया : गोंदिया जिले में मानव तस्करी से जुड़े संगठित अपराध की जड़ें काफी गहरी है। गरीब और उपेक्षित तबके से आनेवाली लड़कियों को नौकरी दिलवाने के नाम पर धोखे से लाया जाता है और मानव तस्करी के माध्यम से गंदे काम में धकेलकर कुछ से बंधुवा मजदूरी करायी जाती है।
मानव तस्करों के चंगुल से निकली एक २७ वर्षीय महिला ने थाना कोतवाली पहुंच खुद पर हुए यौन अत्याचारों की दर्दनाक दास्तां सुनाई तो पुलिस के होश भी पाख्ता हो गए। पीड़िता की मेडिकल जांच और उसकी रिपोर्ट तथा बयान आधार पर रामनगर पुलिस ने ९ आरोपियोंं के खिलाफ १५ दिसंबर को धारा ३६३, ३६६, ३७० (अ) ३७६ (ड) का जुर्म दर्ज किया है।
अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश- ८ गिरफ्तार
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार घटना शहर के रामनगर क्षेत्र में ४ से ५ माह पूर्व घटित हुई। जिले की अर्जुनी मोरगांव तहसील निवासी २७ वर्षीय युवती यह रोजगार की तलाश में गोंदिया आयी तथा रामनगर क्षेत्र में रहनेवाले एक २३ वर्षीय युवक अजय ने उसे अपने घर पर रख लिया तथा बेहतर नौकरी दिलवाने का लालच देकर आरोपी युवक ने युवती की इच्छा के विरुद्ध उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।
इसके बाद आरोपी अजय की पहचान के २ गोंदिया निवासी मित्र- किरण व विक्की तथा सुनिता (४० रा. त.चाचोड़ा, जि.गुना,मध्य प्रदेश) यह मिलने के लिए घर पर पहुंचे और फिर्यादी महिला को अच्छी नौकरी का झांसा देते हुए बड़ी ही चालाकी और चतुराई के साथ ८० हजार रूपयों में मध्यप्रदेश के जिला गुना के राधोगड़ निवासी ३ आरोपी- उधमसिंह (४०), गुड्डी , (४५), संदीप (२४) के साथ सौदेबाजी करते हुए उसे बेच दिया। उक्त तीनों आरोपी युवती को लेकर मध्यप्रदेश के जिला गुना के तहसील राधोगड़ स्थित अपने मकान में ले गए, जहां फिर इस बदनसीब युवती को उक्त आरोपियों ने राधोगड़ निवासी हरीचरण और लखन के हाथ बेच दिया। इस दौरान आरोपी हरीचरण (५०) ने पीड़ित फिर्यादी को पत्नी बनाकर घर पर रखा और उसकी इच्छा के विरुद्ध उसका यौन शोषण करता रहा।
इसके बाद आरोपी हरिचरण और लखन ने फिर्यादी को पुनः आरोपी उधमसिंग के सुपुर्द कर दिया, जिसने फिर इस युवती को २ लड़कों के हाथ बेचने का प्रयास शुरू किया लेकिन फिर्यादी महिला को भनक लगते ही वह मौका पाकर भागने में कामियाब हुई और जिला गुना के चाचोड़ा पुलिस स्टेशन पहुंचकर अपक्र. ००/१९ के धारा ३६३, ३६६, ३७० (अ) ३७६ (ड) का जुर्म दर्ज कराया, क्योंकि प्रथम दृष्ट्या वारदात गोंदिया के रामनगर पुलिस स्टेशन सरहद में घटित हुई थी, लिहाजा केस डायरी संबंधित थाने को भेजी गई और अब फिर्यादी के मेडिकल जांच और उसके बयान के बाद रामनगर पुलिस के सहा. पुलिस निरीक्षक मते ने इस केस की तफ्तशी शुरू की है। घटनास्थल को पुलिस निरीक्षक घोंगे, सापोनि. इंगले, सापोनि. मते ने भेंट दी। पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार आरोपी क्र. १ से ८ इन्हें १५ दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया है, इस प्रकरण के संदर्भ में सिर्फ आरोपी लखन यह अब तक फरार है, जिसकी शिद्दत से तलाश की जा रही है।
गौरतलब है नौकरी का झांसा देकर युवतियों को अंतर्राज्यीय गिरोह द्वारा अपने विश्वास में लिया जाता है और बाद में विभिन्न शहरों में यौनकर्मियों के तौर पर बेच दिया जाता है, जहां से इन महिलाओं को भागने का मौका भी नहीं रहता। बेशक यह महिला महीनों के अत्याचार के बाद अब अपने घर लौट आयी है लेकिन, इसके सामने अब भी कई दिक्कतें है, क्योंकि सामाजिक कलंक के कारण एैसी अधिकतर महिलाओं के लिए सामान्य जीवन व्यतीत करना आसान नहीं होता।
रवि आर्य