विकास आघाड़ी, कांग्रेस और एनसीपी ने मिलाया हाथ
गोंदिया। राजनीतिक निहित तमाम स्वार्थों के चलते लोग साम-दाम-दंड-भेद के बूते किसी भी तरह सत्ता की कुर्सी पाना चाहते हैं कुछ ऐसा ही नज़ारा 18 अक्टूबर सोमवार को गोंदिया नगर परिषद के सभापति और स्थाई समिति के चुनाव दौरान देखने को मिला । नकली बीजेपी और असली बीजेपी , 2 नेताओं की आपसी वर्चस्व की लड़ाई में पक्ष के साथ भितरघात का खेल देखने को मिला। शहर विकास आघाड़ी की मदद से कांग्रेस की टिकट पर चुने गए पार्षदों ने एनसीपी के साथ हाथ मिलाते हुए इस शह और मात के खेल में बीजेपी के टिकट से चुने गए तथा मौजूदा चाबी संगठन समर्थित पार्षदों को बाहर का रास्ता दिखा दिया और सभापति चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का खेला हो गया।
राजनीति याने राज की नीति
राजनीति में न तो कोई किसी का लंबे वक्त तक दुश्मन होता है और ना ही दोस्त ? यहां वक्त की नज़ाकत को देखते हुए करवट बदली जाती है , दिल मिले ना मिले पर हाथ मिला लिए जाते हैं। 18 अक्टूबर सोमवार को संपन्न हुए न.प सभापति चुनाव में महाराष्ट्र के मौजूदा त्रिशंकु गठबंधन की छवि झलकती है। शिवसेना के टिकट से चुनाव लड़े तथा गोंदिया शहर विकास आघाड़ी मैं शामिल हुए मौजूदा गट नेता राजकुमार कुथे ने नगर परिषद में सत्ता के समीकरण ही पलट दिए। गोंदिया शहर विकास आघाड़ी ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ हाथ मिलाते हुए सत्तारूढ़ दल भाजपा के अरमानों पर जहां पानी फेर दिया वहीं चाबी संगठन के नगर परिषद में दाखिल होने की महत्वाकांक्षा को भी धूमिल कर दिया। राजकुमार कुथे बांधकाम सभापति चुने गए और वे दोबारा कुर्सी पर आसीन हुए हैं। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते पार्षद सुनील तिवारी शिक्षण क्रीड़ा व सांस्कृतिक सभापति चुने गए वहीं पार्षद भागवत मेश्राम को पानी पुरवठा और जलनिस्सार सभापति पद की कुर्सी नसीब हुई। राष्ट्रवादी कांग्रेस के गटनेता व पार्षद सतीश देशमुख नियोजन और विकास समिति के सभापति चुने गए वहीं एनसीपी पार्षदा मालती कापसे इन्हें महिला व बाल कल्याण सभापति का पद मिला।
इधर चुनाव- उधर स्टैंडिंग कमेटी से इस्तीफा
सभापति के साथ-साथ स्थाई समिति ( स्टैंडिंग कमेटी ) के भी चुनाव संपन्न हुए , गोंदिया शहर विकास आघाड़ी की ओर से पार्षद लोकेश (कल्लू) यादव स्टैंडिंग कमेटी में मनोनीत किए गए लेकिन बिना अनुमति के उनका नाम अनुमोदित किए जाने से नाखुश होकर पार्षद लोकेश यादव ने न.प मुख्य अधिकारी करण चौहान इन्हे लिखित पत्र सोंपकर अपने पद से तत्काल ही इस्तीफा दे दिया। स्टैंडिंग कमेटी में जिन दो अन्य पार्षदों के नाम मनोनीत किए गए हैं उनमें शकील मंसूरी ओर भावना दीपक कदम का समावेश है। स्वच्छता, वैद्यक एंव सार्वजनिक स्वास्थ्य समिति सभापति सहित न.प उपाध्यक्ष के पद पर शिवकुमार शर्मा बने हुए हैं।
गौरतलब है कि जल्द ही एक दो महीने में नगर परिषद चुनावों की घोषणा होने वाली है , आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले नेताओं की नजर करोड़ों के काम वाटप पर टिकी है । तकरीबन 1 लाख स्क्वायर फीट में , 34 करोड़ की लागत से बनने वाली गोंदिया नगर परिषद इमारत का बांधकाम भी जल्द ही शुरू होने वाला है ,लिहाज़ा बांधकाम सभापति का पद हासिल करने की होड़ मची थी , भाजपा गटनेता विफल रहे और उनकी हसरतें अधूरी रह गई।
रवि आर्य