बाजार 3 दिनों की जगह अब 5 दिन खुलेगा
गोंदिया : इन दिनों गोंदिया में श्रेय लूट की राजनीति के चक्कर में कुछ ऐसा हो रहा है कि इस पर प्रसिद्ध भजन की पंक्तियां याद आ जाती हैं करते हो तुम कन्हैया , मेरा नाम हो रहा है , मेरा आपकी कृपा से , सब काम हो रहा है..
सामान्य सी समझने की बात है भाई ? महाराष्ट्र में सरकार किसकी? जिसकी सरकार उसी नेता की अधिकारियों के सामने चलेगी ना?
ऐसे में ढ़पोरशंखी नेता खामखां दूसरे के काम को अपना बताकर श्रेय बटोरने का प्रयास यदा-कदा कर रहे हैं , जो कि अनुचित है।
सरकार किसकी, सत्ता में कौन, बस समझ जाओ ?
गोंदिया में ऐसे ढ़पोरशंखी नेताओं की कमी नहीं है जो दूसरों के प्रयासों को खुद की मेहनत बताकर श्रेय बटोरने में विश्वास रखते हैं , ऐसे बड़बोलों को बड़े बुजुर्गों की कहावत से कुछ सीख लेनी चाहिए अर्थात इंसान को अपने कद और पद से बड़ी बात नहीं करनी चाहिए ?नहीं तो जग हंसाई होने में देर नहीं लगती।
गोंदिया की जनता पहले ही एक ऐसे लीडर से परेशान थी जो इस बात का सदैव दावा करते थे कि राज्य में सरकार किसी भी दल की हो ? गोंदिया में कोई भी विकास कार्य सिर्फ उन्हीं के प्रयासों से ही संभव और मुमकिन हो पाता है ? उस लीडर का जनता ने बोरियां बिस्तर बांध दिया , लेकिन श्रेय बटोरने का फितूर दूसरे नेता के दिमाग में छा गया अब वह भी पहले वाले लीडर जैसी हरकतें करता नजर आता है।
अरे भाई यह पब्लिक है और यह सब जानती है ?
वो यह भी जानती है कि महाराष्ट्र मैं सत्ता किस दल के गठबंधन की है? और यह भी जानती है कि किस नेता का कद कितना है ?
इतना ही नहीं पब्लिक यह भी जानती है कि लाकडाउन नियमों की टाइट पोजीशन के दौरान सारी रेड-ऑरेंज ज़ोन की सरहदों और सीमाओं को लांघ कर अपने जिले के हालात और यहां की जनता का दर्द जानने कौन सा नेता मुंबई से कार द्वारा गोंदिया आया था और आते ही जिले के आला अधिकारियों के साथ मौजूदा हालात पर समीक्षा बैठक ली थी और किसके निर्देश पत्र पर पालकमंत्री ने मुहर लगाई जिसके बाद ग्रीन जोन वाले गोंदिया जिले को सहूलियतें मिलने का रास्ता साफ हुआ और कलेक्टर ने सप्ताह में 3 दिन दुकान खोलने की छूट प्रदान की साथ ही गणेश नगर का रास्ता भी आम पब्लिक की आवाजाही हेतु खोला गया।
तो समझ जाओ कि किसके कहने पर 3 दिनों के बजाय अब सोमवार से शुक्रवार याने 5 दिनों की परमिशन दुकानदारों को सुबह 8 से शाम 6 बजे तक के लिए जारी की गई है साथ ही शराब दुकानदारों को भी सोमवार से शुक्रवार सुबह 10 से शाम 4 बजे की परमिशन मिल चुकी है।
सांसद पटेल ने लिखा था मुख्यमंत्री को पत्र
दरअसल सांसद प्रफुल्ल पटेल ने 4 मई को राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इन्हें पत्र लिखा जिसमें कहा गया कि गोंदिया जिला ग्रीन जोन श्रेणी में है और यहां हालात सामान्य हैं ऐसे में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ग्रीन जोन वाली सहूलियतें गोंदिया के कारोबारियों को नहीं मिल रही है कृपया इस पर ध्यान दिया जाए जिसके बाद मुख्यमंत्री ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित दादा तथा पालकमंत्री देशमुख को हस्तक्षेप करना पड़ा , जिससे अब ग्रीन जोन को जो सुविधाएं नियमानुसार मिलनी चाहिए वह उपलब्ध हो रही है और इस तरह गोंदिया जिले की शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को जल्द से जल्द पटरी पर लाने का प्रयास कद्दावर नेताओं के मार्गदर्शन में जिले के आला अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है।
रवि आर्य