मेटाडोर में दम घुटने से आदिवासी आश्रम स्कूल के 9 बच्चे हुए बेहोश , मुख्याध्यापक व शिक्षक निलंबित
गोंदिया: जिले के आदिवासी आश्रम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा राम भरोसे चल रही है। तहसील के मजीतपुर स्थित आदिवासी निवासी आश्रम स्कूल के 9 विद्यार्थी खेल स्पर्धा से लौटते वक्त मेटाडोर में दम घुटने से बेहोश हो गए इस मामले ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है।
नियमों को सरेआम ठेंगा दिखाकर बस सुविधा के बजाय , किराए पर ली गई निजी मेटाडोर में 120 विद्यार्थियों को भेड़ बकरियों की तरह ठूंस ठूंस कर ले जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए नवनियुक्त पालक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने घटना की विस्तृत जानकारी ली तथा जिला सिविल सर्जन और जिला स्वास्थ्य अधिकारी को फोन करके बेहोश हुए विद्यार्थियों के योग्य उपचार के निर्देश दिए तथा एकीकृत आदिवासी योजना के तहत संचालित शासकीय निवासी आदिवासी आश्रम स्कूल मजीतपुर के दोषी मुख्याध्यापक और खेल शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर देने के आदेश अब अप्पर आयुक्त द्वारा जारी किए गए हैं।
बस की बजाए एक मेटाडोर में 120 आदिवासी विद्यार्थियों को यात्रा कराई
एकीकृत आदिवासी विकास योजना के तहत वार्षिक खेल स्पर्धा का आयोजन तिरोड़ा तहसील के कोयलारी स्थित आश्रम शाला में किया गया था।
इस खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने मजीतपुर के निवासी आश्रम शाला स्कूल के 120 विद्यार्थीयों को बस की बजाए एक मेटाडोर में भेड़ बकरियों की तरह यात्रा कराई गई।
खेल स्पर्धा खत्म होने के बाद मेटाडोर में ही आदिवासी विद्यार्थियों को वापसी यात्रा करनी पड़ी इसी दौरान लौटते वक्त मेटाडोर के भीतर मौजूद कुछ छात्र छात्राओं ने असहज महसूस किया जिसके बाद हो हल्ला मचा तो मेटाडोर रोक दी गई।
देखा तो 9 विद्यार्थी बेसुध अवस्था में पड़े थे उन्हें तत्काल ग्राम एकोड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जिसमें से तीन छात्राओं को इलाज के लिए गोंदिया जिला केटीएस अस्पताल के लिए रेफर किया गया।
मामले की जानकारी मिलते ही विधायक विजय रहांगडाले ने तत्काल आश्रम शाला को भेंट दी तथा लापरवाही बरतने वाले मुख्य अध्यापक और शिक्षक पर कार्रवाई करने की मांग की।
उधर घटना की जानकारी मिलते ही नवनियुक्त पालक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने तत्काल मामले की जांच के आदेश जारी किए शाम होते होते आदिवासी विकास देवरी के प्रकल्प अधिकारी , विकास राचेलवार का इस संदर्भ में बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा- बस की बजाय , ट्रक मेटाडोर विकल्प नहीं होता ? विद्यार्थियों को लाने- ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की जानी चाहिए थी इसके लिए मुख्य अध्यापक और खेल शिक्षक कसूरवार हैं लिहाजा उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
अप्पर आयुक्त ने पत्र जारी करते हुए इस मामले में दोषी आश्रम शाला के मुख्य अध्यापक एस.के थूलकर और खेल शिक्षक एन.टी लिल्हारे को अपने कर्तव्य का सही निर्वहन न करने की वजह से दोषी पाया और उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
रवि आर्य