Published On : Fri, Sep 9th, 2022
By Nagpur Today Nagpur News

गोंदिया: पुलिस की अनोखी पहल ‘ FIR आपके द्वार ‘

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गोंदिया। इन दिनों ऑनलाइन का जमाना है और लोगों को जरूरी सेवाएं ऑनलाइन मुहैया कराने पर ज़ोर दिया जा रहा है इसी संकल्पना के साथ आजादी के अमृत महोत्सव के तहत गोंदिया जिले में ‘ पुलिस आपके द्वार ‘ सेवा शुरू हो गई है।
इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत वरिष्ठ नागरिकों , अपंग व्यक्तियों, बलात्कार पीड़िता , छेड़छाड़ की शिकार नाबालिग लड़की तथा सड़क हादसे में जख्मी व्यक्ति और उसकी सेवा में लगे परिजनों को घर बैठे बैठे एफआईआर दर्ज करने की सुविधा दी गई है।

इसके तहत डायल 100 या 112 पर सूचना देने के बाद रिपोर्ट दर्ज करने के लिए पुलिस घर पर पहुंचेगी तथा फरियादी को मौके पर ही दस्तखत लेकर एफआईआर की कॉपी प्रदान की जाएगी।

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ऐसी जानकारी आयोजित पत्र परिषद में देते हुए जिला पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे ने कहा- विशेष मामलों की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए अब पुलिस थाने नहीं जाना पड़ेगा बल्कि पुलिस खुद लैपटॉप और प्रिंटर लेकर शिकायतकर्ता के घर पहुंचेगी तथा ‘ पुलिस आपके द्वार ‘ इस नई व्यवस्था के तहत काम शुरू कर दिया गया है और अब तक 5 थाना क्षेत्रों में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।

इस प्रोजेक्ट के तहत माननीय जिलाधिकारी द्वारा डीपीडीसी मीटिंग के माध्यम से पहले चरण में 37 लैपटॉप और 21 प्रिंटर उपलब्ध कराए गए हैं साथ ही इंटरनेट की हाई स्पीड वाले डोंगल भी मिल चुके हैं तथा यह सुविधा जिले के सभी 16 थानों में उपलब्ध है ‌

थाने के चक्कर लगाने से मिलेगा छुटकारा- पुलिस अधीक्षक
जिला पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे ने बताया- दरअसल घटनास्थल कभी पहाड़ो पर होता है तो कभी दुर्गम इलाकों में होता है जो जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर तथा संबंधित थाने से 40 किलोमीटर दूर भी होता है।
घटनास्थल को सुरक्षित करने के बाद पंचनामा के तौर पर कागज़ी कार्रवाई लिखने की इस प्रक्रिया में काफी वक्त लगता है।
पुलिसकर्मी सुबह जाते हैं तो आते आते शाम हो जाती है ।

फिर यह सवाल पैदा होता है कि घटना तो सुबह घटी , एफआईआर में टाइमिंग शाम का क्यों है ?

अब पुलिस अधिकारी, हवलदार लैपटॉप प्रिंटर लेकर पीड़िता के घर जाकर ऑनलाइन f.i.r. दर्ज करेंगे। पीड़ित महिला को जो थाने आने में संकोच होता था वह झिझक नहीं होगी और जो मामला दर्ज होने में विलंब लगता है वह नहीं होगा , स्पाट पर वीडियोग्राफी की जाएगी और कॉपी स्कैन करते हुए डोंगल द्वारा इंटरनेट के माध्यम से पुलिस थाने के लिए अपलोड करेंगे साथ ही फरियादी के दस्तखत लेकर उसे एफआईआर कॉपी मुहैया कराई जाएगी।

इस प्रोजेक्ट के तहत जांच की कालावधी कम होगी , एफआईआर के बाद पंचनामा, जब्ती , महत्वपूर्ण बयान जैसी 70% जांच उसी दिन पूर्ण होने से कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने में विलंब नहीं होगा, क्योंकि यह सारी प्रक्रिया वीडियोग्राफी के तहत की जाएगी इसलिए चार्जशीट भी मजबूत बनेगी और गुनहगारों की सज़ा का दायरा भी बढ़ेगा।

रवि आर्य

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