गोंदिया। बिजली चोरी होने के कारण हर महीने विद्युत वितरण कंपनी को अकेले गोंदिया जिले में करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है अब तो बिजली चोरी में कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आ रही है।
किसान के खेत में लगे बिजली मीटर में खराबी बात कर उसका कनेक्शन काट दिया गया और तुझे मेनलाइन से डायरेक्ट तार जोड़कर दे रहा हूं और कोई धरपकड़ कार्रवाई भी नहीं करूंगा इसके एवज़ में तुम मुझे 2000 रुपये देते रहना , इस प्रकार के वाक्य का प्रयोग कर उपभोक्ता को विद्युत चोरी के लिए प्रोत्साहित करने वाले टेक्नीशियन कर्मचारी और उसके गुर्गे को एसीबी टीम ने किसान से 2000 की रिश्वत लेते बुधवार 20 फरवरी को धर दबोचा है।
मामला कुछ यूं है कि…….
गोंदिया ज़िले के अर्जुनी मोरगांव तहसील के ग्राम तुकुम सायगांव निवासी 32 वर्षीय शिकायतकर्ता किसान ने अपने खेत में बोरवेल पर मोटर पंप चलाने के लिए अपनी मां के नाम पर मीटर कनेक्शन लिया हुआ है।
17 फरवरी को महाराष्ट्र विद्युत वितरण कम्पनी ईड़दा (केशोरी) के वरिष्ठ तकनीशियन रणदीप काशीराम गोखे (40 निवासी. धापेवाड़ा ह.मु. टीचर कॉलोनी अर्जुनी मोरगांव) ने शिकायतकर्ता के खेत स्थित बोरवेल पर लगे बिजली मीटर का कनेक्शन यह कहकर काट दिया कि, मीटर खराब हो गया है जिसपर किसान ने नए मीटर की मांग की तो वरिष्ठ तकनीशियन गोखे ने मैं तुम्हें मेनलाइन से डायरेक्ट बिजली का तार जोड़कर देता हूं तथा बिजली का उपयोग करने के लिए मैं बिजली चोरी की कार्रवाई नहीं करूंगा, इसके लिए तुम्हें 2 हजार रुपये देते रहने होगे ? यह कहते हुए शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग की गई।
शिकायतकर्ता किसान ने किया एसीबी दफ्तर का रुख
चूंकि शिकायतकर्ता रिश्वत की रकम देने का इच्छुक नहीं था लिहाजा उसने 20 फरवरी को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग गोंदिया दफ्तर पहुंच शिकायत दर्ज करा दी।
दर्ज शिकायत पर एसीबी अधिकारियों ने जांच पश्चात जाल बिछाया और 20 फरवरी को ही कार्रवाई को अंजाम देकर अर्जुनी मोरगांव के शिवाजी चौक स्थित यात्री निवारा ( बस अड्डे ) के सामने वरिष्ठ तकनीशियन गोखे के कहने पर निजी साथीदार मृणाल संजय ब्राम्हणकर (40 निवासी. सिंगलटोली अर्जुनी मोरगांव) इसे शिकायतकर्ता से 2 हजार रुपये की रिश्वत स्वीकार करते हुए धरदबोच लिया गया।
थाने में रिश्वतखोरी का मामला दर्ज , देखी सलाखें
अपने लोकसेवक पद का दुरूपयोग कर निजी व्यक्ति ( गुर्गे ) के माध्यम से रिश्वत स्वीकार करने वाले आरोपी तकनिशियन व उसके साथीदार के खिलाफ केशोरी थाने में मामला दर्ज किया गया है।
उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डॉ. दिगंबर प्रधान, अपर पुलिस अधीक्षक सचिन कदम व संजय पुंरदरे (एसीबी नागपुर) के मार्गदर्शन तथा पुलिस उपअधीक्षक विलास काडे (एसीबी गोंदिया) के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक राजीव कर्मलवार, उमाकांत उगले, सहायक उपनि. चंद्रकांत करपे, पो.ह. संजयकुमार बोहरे, मंगेश कहालकर, नापोसि. संतोष शेंडे, अशोक कापसे, प्रशांत सोनवाने, संगीता पटले, रोहिणी डांगे, चालक दिपक बाटबर्वे आदि ने की।
रवि आर्य