जख्मी कैसे हुआ कारण अस्पष्ट , उपचार शुरू
गोंदिया। गोंदिया जिले को निसर्ग का वरदान है। नागझिरा अभयारण्य व नवेगांवबांध राष्ट्रीय उद्यान से सटे परिसर में बड़ी संख्या में वन्यजीव खुले जंगल परिसर में विचरण करते हुए दिखायी देते है तथा कई अवसरों पर भटककर ये वन्यजीव सड़क क्रास करते हुए गांव की ओर रूख कर देते है, एैसे में वे सड़क हादसे का शिकार भी हो जाते है।
अर्जुनी मोरगांव तहसील के ग्राम बोड़गांवदेवी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले सोनेगांव- तिड़का मार्ग पर बोदरा के निकट सोमवार 22 जून के सुबह एक तेंदूआ जख्मी अवस्था में पाया गया।
मामले की जानकारी मिलते ही वन परिक्षेत्राधिकारी बी.टी. दुर्गे व सहयोगी कर्मी मौके पर पहुंचे तो उक्त तेंदूआ सोनेगांव- तिड़का मार्ग पर बोदरा के निकट टीसीएम नाली में बैठा दिखायी दिया और वह जख्मी अवस्था में था, कुछ देर बाद तेंदुआ पैरों के बल रेंगते हुए पहाड़ी की ओर जाने लगा जिससे यह स्पष्ट था कि, वह चल नहीं पा रहा था।
वनाधिकारियों ने तत्काल शीघ्रकृति दल को सूचित कर मौके पर बुलाया।
कृति दल ने लगभग 2 घंटे की मश्कत के बाद उक्त जख्मी तेंदुए के शावक को रेस्क्यू कर पिंजरे में कैद किया और उसे नवेगांवबांध ले जाकर प्राथमिक उपचार शुरू किया गया। अब हालत में सुधार होने पर तेंदूए को नागपुर के गोरेवाडा में भेजा जाएगा।
उक्त तेंदूआ लगभग ढ़ाई से 3 वर्ष का बताया जाता है। वह जख्मी कैसे हुआ ? यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। बहरहाल उसका उपचार जारी है।
रवि आर्य