गोंदिया। डराने के लिए एक सांप ही काफी है , जिसे देख अच्छे-अच्छों के हालात खराब हो जाती है लेकिन ज़रा सोचिए घर में 6 फिट लंबे सांप निकल आएं तो उस घर में रहने वाले लोगों की हालत क्या होगी वह भी मामूली नहीं बल्कि कोबरा सांप हों तो रोंगटे खड़े होना लाजमी है।इसी तरह का वाक्या गोंदिया से सटे ग्रामीण इलाकों चांदनीटोला तथा फुलचुर में सामने आया है जहां दो दिनों के भीतर दो कोबरा सांप का रेस्क्यू सर्पमित्र प्रणय पार्थ ( बंटी ) शर्मा द्वारा किया गया है।
ग्रामीण इलाकों में ढेंरों कोबरा नाग निकल रहे
गोंदिया से सटे ग्रामीण इलाकों में ढ़ेरों नाग निकल रहे जिसमें कोबरा शामिल है।
पहली घटना 27 फरवरी को गोंदिया के फुलचुर इलाके के आंबाटोली स्थित रामदेव कॉलोनी में घटित हुई , यहां विजय कुमार बघेले के घर आंगन में बने बगीचे में कोबरा सांप दिखाई दिया इसके बाद परिवार ने स्नैक कैचर ( सर्पमित्र ) बंटी शर्मा को सूचना दी। स्पेक्टिकल कोबरा यानी गवारया नाग कम जहरीला था उसको मौके से रेस्क्यू कर लिया गया और उसके बाद उसको सुरक्षित उनके प्राकृतिक क्षेत्र में छोड़ने की कार्रवाई की गई।
दूसरी घटना 28 फरवरी को गोंदिया से सटे चांदनीटोला में घटित हुई यहां जयराम चिखलौंडे के घर के पीछे आंगन की सिढ़ी के पास साढ़े 5 फीट लंबा कोबरा नाग बैठा दिखाई दिया जिस पर घर में घुसे कोबरा नाग की जानकारी सर्प मित्र बंटी शर्मा को दी गई उन्होंने मौके पर पहुंचकर कोबरा नाग को रेस्क्यू कर डिब्बे में बंद कर सुरक्षित जंगल में आजाद कर दिया जहां कोबरा सांप को प्राकृतिक आवास मिल गया।
सांप काट ले तो घबराएं नहीं , तुरंत उपचार कराएं
सर्पमित्र बंटी शर्मा ने बताया कि -बारिश के दिनों में या फिर उमस की वजह के कारण सांप रहवासी इलाकों में घुस जाते हैं यह कई बार भोजन ( चूहे , मुर्गी के चूजे , कबूतर ) की तलाश में घर में घुस जाते हैं , यह कोबरा सांप ( गवारिया नाग ) समझदार होता है ,हौले- हौले नहीं कटता जब पैर हाथ से धोखादायक की स्थिति में छेड़ने पर ही काटता है ।
ऐसी स्थिति में बाइट ( काटने ) पर झाड़ फूंक , ताबीज़ की जगह जितना जल्दी हो सके सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल का रुख करें और अपना उचित उपचार कराएं।
सर्प मित्र प्रणय पार्थ ( बंटी ) शर्मा ने बताया कि वह 12 साल से सांपों को रेस्क्यू कर रहे हैं और अभी तक कई हजार सांप पकड़ चुके हैं , सांप अधिक तादात में निकलने पर सर्पमित्र टीनू लाड़ेकर व मनीष भाई नाईक भी उनका सहयोग करते हैं।
रवि आर्य