गोंदिया। गोंदिया जंक्शन पर ट्रेनों से सोने-चांदी और उनसे बने आभूषण सबसे अधिक आते हैं।तस्करी के नेटवर्क से जुड़े लोग यह बिना जीएसटी और सरकारी टैक्स दिए इसका कारोबार ट्रेन के माध्यम से करते हैं हर एक खेप पहुंचाने पर एक तय राशि इन्हें दी जाती है।
गोंदिया रेलवे पुलिस बल की टास्क टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए सरकारी टैक्स व जीएसटी की चोरी तथा बिना लेखा-जोखा दस्तावेजों के मामले में 10 किलो 368 ग्राम चांदी के आभूषणों के साथ दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है ।
उक्त बरामद आभूषणों का मूल्य 9 लाख 74 हज़ार 594 रुपए बताया जाता है , आभूषण जब्त कर मामला आयकर विभाग को सौंप दिया गया है।
टैक्स बचाने और मुनाफा कमाने के लिए रेल रूट आसान ज़रिया
टैक्स बचाने व अधिक मुनाफे के साथ-साथ सड़क रास्ते में खतरे से बचने के लिए रेल मार्ग का एक बड़ा जरिया है जिसका इस्तेमाल तस्कर करते हैं। प्रतिबंधित मादक पदार्थो, नगदी, सोने- चांदी के आभूषणों आदि की रेल मार्ग द्वारा आसानी से अवैध रुप से तस्करी की जाती है।
इन तस्करों पर लगाम लगाने के लिए द.पू.म. रेलवे के मंडल सुरक्षा आयुक्त दीपचंद्र आर्य के मार्गदर्शन में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा ट्रेनों व रेलवे स्टेशनों पर लगातार विशेष अभियान चलाया जाता है।
इसी बीच 7 अप्रैल को मुखबिर से गोपनीय सूचना मिलने पर मंडल स्तर पर गठित मंडल टास्क टीम के प्रभारी निरीक्षक कुलवंत सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक राहुल पांडेय, मंडल टास्क टीम के सउपनि धर्मेंन्द्र कुमार, आरक्षक विशाल ठावरे, उपनिरीक्षक दीपक कुमार, प्रधान आरक्षक मिथलेश कुमार चौब ने संयुक्त चेकिंग शुरू की इस दौरान गोंदिया रेलवे स्टेशन पर ट्रेन क्र. 15231 (गोंदिया -बरौनी एक्सप्रेस) के पहुंचने पर टास्क टीम की नजर 2 संदिग्ध व्यक्तियों पर पड़ी जिन्हें रोकते हुए उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास लगभग 10.368 किलोग्राम वजन के चांदी के आभूषण पाए गए।
अधिक पूछताछ करने पर एक ने अपना नाम नरेश कन्हैयालाल वलेचा (62 निवासी- सिंधी कॉलोनी गोंदिया ) तथा दूजे ने अपना नाम विष्णु गोपीचंद नागभिरे (54 , निवासी- श्रीनगर वार्ड गोंदिया) बताया।
उक्त दोनों से आभूषणों के परिवहन संबंधी वैध दस्तावेजों की मांग की गई तो उनके पास किसी भी प्रकार के दस्तावेज या लेन- देन का लेखा- जोखा मौजुद नहीं था।
मामला अवैध रूप से रेलवे के माध्यम से आभूषणों की तस्करी का होने पर इसकी जानकारी आयकर विभाग नागपुर को दी गई तथा उपरोक्त जब्त आभूषणों की जांच प्रक्रिया आयकर तथा जीएसटी विभाग द्वारा की जा रही है ।
रवि आर्य