गोंदिया: भ्रष्टाचारियों के खिलाफ एक्शन ले रही एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने घूसखोर पशुधन विकास अधिकारी और उसके साथीदार को गिरफ्तार किया है।
पोल्ट्री फार्म व शेड निर्माण की फाइल को पास करने के ऐवज में 10, 000 हजार रुपए की रिश्वत राशि बरामद करते हुए दोनों आरोपियों को पकड़ा गया है।
वाक्या कुछ यूं है कि….
शिकायतकर्ता ने अभिनव योजना के तहत 1000 ब्रायलर कुक्कुट समूह योजना के अंतर्गत मुर्गीपालन के लिए शेड का निर्माण कर मुर्गी के चूजे खरीदकर व्यवसाय की शुरूवात की है।
उक्त योजना के तहत शासन से प्राप्त अनुदान की प्रथम किश्त की राशि 68500 रूपए शिकायतकर्ता को प्राप्त हो चुकी है तथा सब्सिडी की दुसरी किश्त के रूप में 1,00,000 रुपए का चेक पास करने के लिए उसने गोंदिया पंचायत समिति के पशुधन विकास अधिकारी के पास आवेदन किया था लेकिन उक्त धनादेश पास करने के ऐवज में पशुधन विकास अधिकारी जयंतप्रकाश करवड़े (39 , निवासी तिरोड़ा ) ने शिकायतकर्ता से 12 हजार रूपए रिश्वत की मांग कर दी तथा मोलभाव पश्चात सौदा 11 हजार रूपये में तय किया गया , साथ ही उक्त रिश्वत की रकम में से 10 हजार की रकम चेक मंजूर होने से पूर्व तथा शेष 1 हजार की रकम धनादेश मिलने के बाद देने पर सहमति बनी।
चूंकि शिकायतकर्ता यह रिश्वत की रकम देने का इच्छुक नहीं था लिहाज़ा उसने भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग में शिकायत दर्ज करा दी।
एसीबी टीम ने जांच पश्चात जाल बिछाया और गुरुवार 3 अगस्त को स्थानीय गोरेलाल चौक पर कार्रवाई को अंजाम देते हुए पं.स. के पशुधन विकास अधिकारी करवड़े के निजी व्यक्ति महेंद्र घरडे ( 50 निवासी -चुटिया) को शिकायतकर्ता से 10 हजार रूपये स्वीकारते हुए रंगेहाथों पकड़ा गया , तत्पश्चात पशुधन विकास अधिकारी को भी हिरासत में लिया गया।
उक्त कार्रवाई एसीबी नागपुर के पुलिस अधीक्षक राहुल माकणीकर, अप्पर अधीक्षक संजय पुरंदरे व सचिन कदम, पुलिस उपअधीक्षक श्रीमती अनामिका मिर्झापूरे के मार्गदर्शन में पर्यवेक्षक अधिकारी विलास काले (एसीबी गोंदिया पुलिस उपअधीक्षक ), पोनि उमाकांत उगले, अतुल तवाड़े , सउपनि. विजय खोब्रागड़े, पो.ह. संजयकुमार बाहेर, मंगेश कहालकर, नापोसि संतोष शेंडे, संतोष बोपचे, प्रशांत सोनवाने, मनापोसि संगीता पटले, चालक नापोसि दीपक बाटबर्वे द्वारा की गई।
रवि आर्य