गोताखोरों की मदद से दोनों के शव ढूंढ निकाले गए
गोंदिया। श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार विशेष महत्व रखता है इस वर्ष यह पर्व 11 व 12 अगस्त को जिले में मनाया गया।
दिल को झकझोर देने वाली खबर गोंदिया तहसील के गंगाझरी थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम गुलाबटोली से सामने आई जहां मूर्ति विसर्जन को गए 2 लोगों की 13 अगस्त गुरुवार के शाम 6 बजे डूबने से मौत हो गई , इस घटना के बाद जश्न का माहौल मातम में बदल गया।
दरअसल कानोबा की विराजमान मूर्ति को विसर्जन के लिए कुछ लोग गुलाबटोली के खोडिया तालाब पहुंचे थे इसी दौरान 2 व्यक्ति नदी में उतर गए, इरादा था की मूर्ति को नदी के बीचों-बीच विसर्जित किया जाए।
प्रत्यदर्शियों के मुताबिक उफनते तालाब में प्रतिमा को पकड़े- पकड़े देवीदास उरकुड़ा ऊईके (50) तथा रजनीश प्रदीप वानखेडे (26) यह दोनों दूर निकल गए भीतरी जमीनी सतह की गहराई को भांप नहीं पाए बस यही गलती हो गई ।
गहराई में दोनों को डूबते देख तालाब के किनारे खड़े साथी चीखते चिल्लाते रह गए और दोनों की पानी में हाथ पैर चलाने की सारी कोशिश बेकार गई और तेज बहाव में कहीं खो गए।
बताया जाता है कि कुछ लोगों ने हादसे की जानकारी पुलिस स्टेशन को दी ।
स्थानीय मछुआरों और गोताखोरों की मदद से दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं इस घटना से परिसर में शोक की लहर व्याप्त हो गई है ।
गौरतलब है कि गत इन 4 दिनों से मूसलाधार बारिश के चलते हैं नदी नाले और तालाब उफान पर है ऐसे स्थानों पर ना जाने की नसीहत जिला प्रशासन व जिला आपत्ती व्यवस्थापन प्राधिकरण की ओर से जारी करते कान्हाजी की मूर्ति का विसर्जन घर में ही करने की अपील जारी की गई थी बावजूद इसके जारी अपील की अनदेखी के चलते यह ह्रदय विदारक घटना सामने आ गई ।
रवि आर्य