अर्जुनी ग्राम पंचायत कार्यालय में एसीबी की कार्रवाई
गोंदिया : घर से बाहर खुले में शौच को न जाना पड़े इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण व शहरी इलाकों में सफाई को बढ़ावा देने के लिए शौचालयों का निशुल्क निर्माण किया जा रहा है।
ग्रामीणों को टॉयलेट बनाने में दिक्कत न हो इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से 12000 हजार की अनुदान राशि ग्राम पंचायत में रजिस्ट्रेशन के बाद गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लाभार्थियों के बैंक खाते में जमा की जाती है।
लेकिन शौचालय अनुदान राशि में भी अपनी हिस्सेदारी की चाह रखने वाले अर्जुनी ग्राम पंचायत के ग्राम सेवक ने साइकिल रिपेयरिंग करने वाले गरीब मजदूर जिसका नाम पात्रता सूची में समाविष्ट था लेकिन अनुदान राशि बैंक खाते में जमा करने के एवज में 2000 हजार रिश्वत की डिमांड कर दी , मजदूर रिश्वत देने का इच्छुक नहीं था उसने ACB दफ्तर में जाकर गुहार लगाई और भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग दल ने सोमवार 31 अगस्त को ग्राम पंचायत कार्यालय में जाल बिछाया तथा शौचालय अनुदान राशि में शिकायतकर्ता से 2000 के रिश्वत स्वीकारते घूसखोर ग्रामसेवक को रंगे हाथों धर दबोचा।
वाक्या कुछ यूं है कि.. शिकायतकर्ता यह साइकिल रिपेयरिंग का व्यवसाय करता है। उसने वर्ष 2019-20 में शासकीय योजना अंतर्गत घरेलु शौचालय मंजूर होने पर शौचालय का बांधकाम मार्च 2020 में पूर्ण करवा लिया जिसके बाद शिकायतकर्ता ने अगस्त 2020 में गोंदिया तहसील के अर्जुनी ग्राम पंचायत कार्यालय का अतिरिक्त कार्यभार संभालने वाले अंभोरा के ग्रामसेवक चंद्रकुमार माहुले से भेंट करते हुए शौचालय बांधकाम हेतु शासन की ओर से लाभार्थी को मिलने वाली 12 हजार रूपये की अनुदान राशि के संदर्भ में पूछताछ की, जिसपर गैरअर्जदार ग्रामसेवक ने मंजूर किए गए शौचालय के अनुदान की रकम शिकायतकर्ता के बैंक खाते में जमा करने के लिए 2 हजार रूपये रिश्वत की डिमांड कर दी।
फिर्यादी यह चढ़ावे की रकम देने का इच्छुक नहीं था लिहाजा उसने 24 अगस्त को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के गोंदिया दफ्तर पहुंच शिकायत दर्ज करा दी।
शिकायतकर्ता की फरियाद पर एलसीबी टीम अधिकारियों ने प्रकरण की जांच शुरू की और आखिरकार 31 अगस्त को सफल कार्रवाई को अंजाम देते हुए ग्रामसेवक माहुले इसे ग्रा.पं. कार्यालय अर्जुनी यहां अनुदान की राशि बैंक खाते में जमा करने के ऐवज में फिर्यादी से 2 हजार रिश्वत की रकम स्विकारते हुए पंच-गवाहों के समक्ष रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले में अब घूसखोर ग्रामसेवक चंद्रकुमार माहुले के खिलाफ रावणवाड़ी थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून 1988 के सुधारित अधिनियम 2018 की कलम 7 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक श्रीमती रश्मी नांदेडकर, अप्पर अधीक्षक राजेश दुद्दलवार (एसीबी नागपुर) के मार्गदर्शन में पुलिस उपअधीक्षक रमाकांत कोकाटे, उपनिरीक्षक शिवशंकर तुंबड़े, विजय खोब्रागड़े, पो.ह. प्रदीप तुलसकर, राजेश शेंद्रे, नापोसि रंजीत बिसेन, नितीन रहांगडाले, राजेंद्र बिसेन, दिगंबर जाधव, मनापोसि वंदना बिसेन, गीता खोब्रागड़े व चालक देवानंद मारबते द्वारा की गई।
रवि आर्य