स्वचलित धान कटाई मशीन के लिए किसान से स्वीकारी रिश्वत, एसीबी ने दबोचा
गोंदिया: आर्थिक स्थिति से कमजोर किसान भी खेती के लिए अत्याधुनिक मशीनें ले सके तद्हेतु सरकार ने वे छोटे किसान जिनकी भूमि कम है उन्हें एक समूह के रूप में मशीनों के उपकरण खरीदने पर उन्हें ६० प्रतिशत तक की सब्सिडी देने का फैसला लिया। लेकिन अब इस अनुदान राशि में भी लालची तत्व अपना हिस्सा तलाश रहे है। गोंदिया एसीबी टीम ने किसानों के साथ छलावा कर उनसे घूस मांगने वाले २ रिश्वतखोरों को आजर रंगेहाथों धरदबोचा।
एसीबी सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार शिकायतकर्ता यह कृषोन्नती धान उत्पादन किसान गट का अध्यक्ष है तथा यह संस्था परियोजना निदेशक (आत्मा) कार्यालय, कारंजा गोंदिया के तहत पंजीकृत है।
फिर्यादी ने अपने पंजीकृत समूहों के माध्यम से सरकार से स्वचलित धान कटाई मशीन खरीदने का प्रस्ताव पारित कर धान कटाई मशीन मिलने संबंधी प्रस्ताव प्रकल्प संचालक (आत्मा) कारंजा के कम्प्यूटर ऑपरेटर वैभव मुंगले को सादर किया था। इसी संदर्भ में पूछताछ हेतू शिकायतकर्ता ने वैभव मुंगले से भेंट की जिसपर कम्पयूटर ऑपरेटर ने कहा- मशीन की कीमत १ लाख ६५ हजार है और तुम्हें अनुदान की राशि १ लाख ३५ हजार छोड़कर बाकी के ३० हजार की रकम भरनी पड़ेगी, इसके अतिरिक्त २० हजार रूपये की रकम का भूगतान भी करना होगा, अन्यथा तुम्हें स्वंयचलित धान कटाई मशीन नहीं मिलेगी?
इस तरह गैरअर्जदार मुंगले द्वारा धान कटाई यंत्र दिलाने के ऐवज में २० हजार रूपये रिश्वत की डिमांड किए जाने की शिकायत, अर्जदार ने १९ मई को गोंदिया एन्टी करब्शन ब्यूरो गोंदिया दफ्तर में की।
एसीबी गोंदिया विभाग अधिकारियों ने प्रकरण की जांच शुरू की, इस दौरान गैरअर्जदार मुंगले ने समझौते के तहत १५ हजार रूपये में शिकायतकर्ता से सौदा तय किया और उक्त रिश्वत की रकम अपने निजी साथी- मॉडल ऑटोमोबाइल्स के सेल्समेन रविकांत रावते को देने की बात कही।
इसी के तहत २१ मई गुरूवार को मॉडल ऑटोमोबाइल्स (फुलचुर रोड) यहां जाल बिछाकर सफल कार्रवाई को अंजाम देते हुए अर्जदार से वैभव मुंगले द्वारा अपने निजी साथीदार रविकांत रावते के माध्यम से १५ हजार रूपये की रकम स्वीकार करते हुए रंगेहाथों धरदबोचा गया।
इस प्रकरण के संदर्भ में अब दोनों घूसखोर आरोपियों के खिलाफ गोंदिया शहर थाने में धारा ७, १२ भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून १९८८ के सुधारित अधिनियम २०१८ के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
इस कार्रवाई को अंजाम पुलिस अधीक्षक श्रीमती रश्मी नांदेडकर , अप्पर पुलिस अधीक्षक राजेश दुद्दलवार (नागपुर एसीबी) के मार्गदर्शन में उपअधीक्षक रमाकांत कोकाटे, सउपनि शिवशंकर तुंबडे, विजय खोब्रागड़े, पो.ह. प्रदीप तुलसकर , राजेश शेंद्रे, नापोसि रंजीत बिसेन, नितिन रहांगडाले, राजेंद्र बिसेन, मपोसि गीता खोब्रागड़े, वंदना बिसेन, नापोसि देवानंद मारबते आदि की ओर से की गई।
रवि आर्य