प्लेटफार्म पर जिस जिस ने इस घटना को देखा कुछ समय के लिए उनकी सांसे अटक गई
गोंदिया: जल्दबाजी में चलती ट्रेन पकड़ते वक्त अक्सर यात्री रेल हादसे का शिकार होते हैैं , लेकिन प्लेटफार्म पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल कर्मी ऐसे मुश्किल समय में यात्रियों के लिए देवदूत बनकर सामने आ रहे हैं।
दरअसल ऐसे हादसे पिछले कुछ दिनों में गोंदिया प्लेटफार्म पर देखने को मिल रहे हैं जिसमें सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी से रेल यात्रियों की जान बची है।
25 जुलाई को गोंदिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 3 पर चलती ट्रेन पकड़ते समय एक महिला हादसे का शिकार होते-होते बच गई इस घटना का वीडियो आरपीएफ गोंदिया पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार तिवारी ने शेयर किया है।
चलती ट्रेन में चढ़ने के दौरान महिला अपनी जान से खेल गई
गाड़ी संख्या क्रमांक 22815 एर्नाकुलम एक्सप्रेस यह प्लेटफार्म क्रमांक 3 पर दोपहर 13:49 बजे पहुंची तथा 13:52 बजे उक्त गाड़ी के रवाना होते वक्त चलती ट्रेन मैं चढ़ने का प्रयास करते स्लीपर कोच से एक महिला यात्री प्लेटफार्म पर गिर पड़ी तथा दूसरी महिला यात्री स्लीपर कोच S-4 के दरवाजे पर खड़े अपने पति के कमर को पकड़ कर लटक कर घसीटते हुए गाड़ी के साथ जा रही थी स्थिति ऐसी बनी कि वह ट्रेन के नीचे आने ही वाली थी कि स्टेशन पर तैनात आरक्षक प्रमोद कुमार ने तत्परता का परिचय देते हुए त्वरित कार्रवाई कर महिला को सुरक्षित अपनी ओर खींचते हुए प्लेटफार्म और कोच के बीच आने से बचा लिया।
दरअसल स्पीड तेज होने की वजह से आनन-फानन में महिला यात्री प्रीति बिसेन यह ट्रेन में चढ़ने के लिए दौड़ी और कोच एस-4 के दरवाजे पर खड़े अपने पति उमेश बिसेन की कमर को पकड़ कर लटककर घसीटते हुए ट्रेन के साथ जा रही थी इस दौरान प्लेटफार्म पर जिस जिस ने यह घटना को देखा कुछ समय के लिए उनकी सांसे अटक गई , इसी बीच ड्यूटी पर तैनात आरक्षक प्रमोद कुमार ने उसको कोच और प्लेटफार्म के बीच फंसने से बचा लिया , इस दौरान ट्रेन को चंद मिनट रुकवाया गया महिला के परिजनों ने आरपीएफ के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और इसके बाद महिला तथा उसका परिवार गंतव्य स्थान की ओर रवाना हुए।
नागपुर आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त पंकज चुघ ने यात्रियों से अपील की है कि वे चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास ना करें , यह खतरनाक हो सकता है।
रवि आर्य