Published On : Thu, Jul 15th, 2021

गोंदिया: खोए हुए स्वर्ण आभूषण भरे बैग को दोबारा पाकर , महिला यात्री हुईं प्रफुल्लित

रेलवे पुलिस ने स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज को खंगालते बैग मालिक का एड्रेस खोज उनसे संपर्क साधा

गोंदिया: कई मर्तबा रेलयात्री जल्दबाजी अथवा भुलकड़पन की वजह से अपना महत्वपूर्ण सामान वेटिंग हाल, रेलवे बोगी, प्लेटफार्म आदि पर छोड़ देते है और ट्रेन में सवार होकर अपने गंतव्य स्थान की ओर रवाना हो जाता है लेकिन जब उन्हें सामान का ध्यान आता है तब तक ट्रेन कई किलो मीटर की दूरी तय कर चुकी होती है एैसे में उन्हें पछतावा और अफसोस होना लाजमी है लेकिन रेलवे प्रशासन के पुलिस अधिकारी अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटते और सदैव रेल यात्रियों के सामानों की सुरक्षा हेतु तर्त्पर रहते है।

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एैसे ही एक मामले में गोंदिया के आरपीएफ पुलिस ने अपना कर्तव्य अदा करते हुए महिला यात्री के खोए हुए बैग को सुरक्षित वापस लौटाया।
अपने खोए हुए बैग को दुबारा पाकर महिला यात्री की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

मामला कुछ यूं है कि, बुधवार 14 जुलाई को रेलवे सुरक्षा बल गोंदिया के उपनिरीक्षक उषा बिसेन, आरक्षक नासिर खान, प्रधान आरक्षक एन.ई. नगराले, एस.के. नेवारे, आरक्षक डी.के. लिल्हारे की टीम रेलवे स्टेशन परिसर में गुप्त निगरानी में तैनात थे इसी दौरान शाम 6 बजे प्लेटफार्म नं. 4 पर आरएमएस ऑफिस के पास पिंक कलर का एक लेडिज हेंड बैग लावारिस अवस्था में दिखायी दिया।

बैग के संदर्भ में आसपास मौजूद यात्रियों से पूछताछ करने पर किसी ने भी उक्त बैग पर अपना हक नहीं जताया लिहाजा बैग को गवाहों के समक्ष खोलकर देखा गया तो उसमें सोने का मंगलसूत्र, गले की सोने की चैन, सोने की नाक की नथ, 2 जोड़ी बच्चे के हाथ के चांदी के कड़े, चाबी का गुच्छा, 2 नग पांव की चांदी बिछिया, 1 जोड़ी आर्टीफिशियल कान के झुमके, आर्टिफिशियल गले का हार, साड़ी पीन, आर्टीफिशियल कान की बाली और लटकन इस तरह कुल लगभग 1 लाख 4 हजार 600 रूपये के जेवरात पाए गए।

कीमती जेवरातों को देखते हुए तत्काल रेसुब द्वारा प्लेटफार्म पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया जिसके आधार पर बैग के मालिक का पता लगाया गया और उनसे संपर्क साधा गया।

कुछ ही देर पश्‍चात मनीष विजय खोब्रागड़े (37 रा. टेमनी पो. बटाना जि. गोंदिया) यह अपनी पत्नी निकीता और बच्चे के साथ रेसुब पोस्ट पहुंच तथा जानकारी देते बताया कि, वे अपने परिवार के साथ इतवारी-दुर्ग लोकल से गोंदिया से राजनंदगांव जाने हेतु पलेटफार्म पर बैठकर ट्रेन का इंजतार कर रहे थे इसी बीच बच्चा रोने पर उसकी पत्नी बच्चे को दुध पिला रही थी इसी दौरान ट्रेन आ गई और जल्दबाजी में वे भूलवशः पिंक कलर का बैग वहीं प्लेटफार्म पर छोड़कर अन्य सामान के साथ ट्रेन में सवार हो गए और जब तक उन्हें पर्स का ध्यान आता गाड़ी गोंदिया से रवाना हो चुकी थी, सामान को ट्रेन में व्यवस्थित करते समय बैग दिखायी नहीं दिया जिसपर बैग के प्लेटफार्म पर ही छुट जाने की बात ध्यान में आयी और वे अगले स्टेशन आमगांव में ट्रेन से उतर गए और सड़क मार्ग से गोंदिया रेसुब पोस्ट पहुंचे।

संपूर्ण सामान की पुष्टि होने के बाद उपरोक्त संपत्ती के संबंध में उचित दस्तावेजों की जांच उपरांत कागजी कार्रवाई करते हुए सुपुर्द नामे के तहत उक्त बैग महिला यात्री के सुपुर्द किया गया।

इस तरह अपने खोए हुए स्वर्ण आभूषणों से भरे बैग को पाकर महिला यात्री प्रफुल्लीत हो गई और उन्होंने रेसुब पोस्ट के प्रति आभार व्यक्त किया।

-रवि आर्य

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