नागपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी भले ही सीमेंट की सड़कों का मकड़ा जाल शहर में बिछाने की योजना साकार करने का सपना देख रहे हों। लेकिन उनके ही गृह नगर नागपुर में महानगर पालिका द्वारा बनाए जा रहे सीमेंट की सड़कों की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगता दिखाई दे रहा है। अभी साल भर भी नहीं बीते थे कि ग्रेट नाग रोड सीमेंट की तैयार की गई थी और उनमें दरारें पड़ती दिखाई देने लगीं। जुनी शुक्रवारी चौक, रेशमबाग चौक, अशोक चौक फिर जुनी शुक्रवारी चौक के दरम्यान की सड़कें खराब हो चुकी थीं। इस सड़क को चार खंडों में बनाया गया है। लेकिन फिर भी 50 साल चलनेवाला निर्माणकार्य साल भर बाद ही खराब होने के कगार पर पहुंच गया। इस सड़क का काम युनिट इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्रायवेट लिमिटेड को दिया गया है।
इस मार्ग का निर्माण छह चरणों में मसलन केडीके कॉलेज से जगनाडे चौक, जगनाडे चौक से जुनी शुक्रवारी, जुनी शुक्रवारी से रेशमबाग, रेशमबाग से अशोक चौक, अशोक चौक से बैद्यनाथ चौक, बैद्यनाथ चौक से मोक्षधाम चौक ऐसे छह चरणों का समावेश है। 2011 में वर्क ऑर्डर जारी हुए काम को जून 2013 में करना था लेकिन काम की 2017 तक की मियाद बढ़ाई गई। इससे 77.50 करोड़ रुपए का काम 122.79 करोड़ रुपए पर जा पहुंचा।