नागपुर: शहर की सडको में 15 नवंबर से दौड़ाने वाली ग्रीन -रेड बस अब 15 दिन देरी से यानि 1 दिसंबर के चलाई जाएगी। मनपा की परिवहन समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र बोरकर के मुताबिक बस के संचालन के लिए निर्मित इंटरग्रेटेड बस ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट यानि आईबीटीएम ने बस के सुचारू संचालन के लिए 15 दिनों का अतिरिक्त समय माँगा है। कल टॉउन हॉल में आयोजित ग्रीन -रेड बस योजना की समीक्षा बैठक में आईबीटीएम ने परिवहन समिति ने समय माँगा है। शहर में ग्रीन -रेड बस परियोजना के विकास के लिए मनपा ने डीआईएमटीएस (दिल्ली इंट्रीगेटेड मैनेजमेंट ट्रांसपोर्टिंग सिस्टम ) से आईबीटीएम को संलग्न किया है।
इस परियोजना की जानकारी देने के लिए मनपा कार्यालय में टाटा कंपनी द्वारा निर्मित 34 सीटर क्षमता वाली दो बसों लाया गया। जहाँ कंपनी के कर्मचारी और परिवहन समिति अध्यक्ष नरेन्द्र बोरकर ने तकनीक और नियम की जानकारी पत्रकारों को दी। बोरकर के मुताबिक ग्रीन -रेड की तकनीक को पर्यवारण के अनुकूल बनाया गया है जो शहर के पर्यावरण संरक्षण में अपनी अहम भूमिका निभाएगी।
ग्रीन रेड बस का निर्माण टाटा कंपनी द्वारा किया गया है। कंपनी मनपा को 20 ,34 और 54 सीटर बस उपलब्ध कराएगी। शहर में भविष्य में कुल 150 ग्रीन -रेड बस दौड़ेगी। कंपनी 50 -50 बसों की खेप में 3 चरणों में मनपा को उपलब्ध कराएगी। परिवहन समिति अध्यक्ष में मुताबिक 1 दिसंबर से शहर में दौड़ाने वाली सभी नै पुरानी बसों में जीपीआरएस सिस्टम लगाया जायेगा।
वर्तमान में शहर बस सेवा में रूप में शुरू स्टार बस का संचालन कर रही कंपनी पर कई तरह के आरोप लगते रहे है जिससे यह परियोजना नागरिको के लिए सहूलियत काम दिक्कत देने का काम ज्यादा करती आयी है पर अब मनपा का दावा है की ग्रीन -रेड बस परियोजना में किसी तरह की दिक्कत पेश नहीं आएगी। शहर बस परियोजना के लिए 1 दिसंबर से नए ऑपरेटर को नियुक्त किये जाने की जानकारी भी परिवहन समिति अध्यक्ष ने दी।
– राजीव रंजन कुशवाहा