नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनावों में 99 सीटें जीतकर छठी बार सरकार बनाने का बीजेपी का रास्ता साफ हो गया है। लेकिन इस चुनाव में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवानी और ठाकोर समुदाय से आने वाले अल्पेश ठाकुर ने कांग्रेस को 77 सीटें दिलाने में काफी अहम भूमिका निभाई। लेकिन इंडिया टुडे से बातचीत में इन तीनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजनीति छोड़ने की सलाह दे डाली। साथ ही आरक्षण, विकास, नौकरियों और किसानों के अधिकारों को लेकर लड़ाई लड़ने की बात कही। तीनों नेता जाति के आधार पर समाज का ध्रुवीकरण कर रहे हैं, पीएम नरेंद्र मोदी के इस बयान पर पलटवार करते हुए मेवानी ने कहा, ”मोदी अब बूढ़े हो चुके हैं और हम बार वही बोरिंग भाषण देते हैं, जिसमें कोई कंटेंट नहीं होता। उन्हें अब रिटायर होकर चैन की नींद लेनी चाहिए”।
मेवानी ने कहा, ”हमने उन्हें विकास के मुद्दे पर घेरा, जातिवाद पर नहीं। जब हम तीनों 2 करोड़ बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार की बात करते हैं तो हम दलित या पटेलों का जिक्र नहीं करते”। मेवानी ने कहा, मोदी बोरिंग हैं, युवा अल्पेश, हार्दिक पटेल और कन्हैया कुमार को पसंद कर रहे हैं। उनके भाषणों में कोई कंटेंट नहीं होता। लेकिन क्या वह 2019 में भी मोदी और बीजेपी को चुनौती देंगे, क्योंकि बीजेपी के खिलाफ दलितों में गुस्सा होते हुए भी बीजेपी जीत गई? इस पर उन्होंने कहा कि 18 प्रतिशत दलित जनसंख्या बीजेपी के खिलाफ वोट करेगी।
हार को जीत बताते हुए मेवानी ने कहा कि बीजेपी की जीत की तालिका 99 तक आ चुकी है, जबकि वह 150 के आसपास सीटों की उम्मीद कर रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि क्या कभी पाटीदार, ओबीसी और दलित एक साथ आएंगे तो उन्होंने कहा कि यह जातिवादी राजनीति नहीं है। हम गरीब किसानों और गुजरात के विकास की बात करेंगे। गौरतलब है कि 37 पाटीदार बहुल सीटों पर बीजेपी ने 23 पर कब्जा किया है। सूरत, राजकोट और अहमदाबाद में बीजेपी को सबसे ज्यादा वोट मिले। जीत के बाद मंगलवार को राहुल ने भी पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला किया था। राहुल ने कहा, लोग गुजरात मॉडल को नकार चुके हैं, वह इसे नहीं मानते।