नागपुर: विधानसभा चुनाव की पृष्भूमि पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का जनता के साथ संवाद की यात्रा यानी महाजनादेश यात्रा विदर्भ में जोर शोर से चल रही है. शनिवार को इनकी यात्रा नागपुर, भंडारा, गोंदिया इन भागों में है. 2014 से भाजपा सरकार ने विदर्भ के लिए किए गए विकास कामों का लेखाजोका मुख्यमंत्री ने इस दौरान सबसे सामने रखा. इसके साथ ही उन्होंने विरोधियों पर भी निशाना साधा. उन्होंने इस दौरान कहा की जब 2014 में वे सत्ता पर आए थे तो 2009 के लोगों को भी बिजली कनेक्शन नहीं मिले थे. वह बैकलॉग हमने भरा है. जो प्रोजेक्ट 20 साल से पूरे नहीं हुए थे. वे सभी प्रोजेक्ट अब हमारे राज में पुरे होंगे. मुख्यमंत्री ग्रामसड़क योजना, राष्ट्रीय और राज्य महामार्ग का बड़ा जाल भी हमने विदर्भ में तैयार करने का काम किया है. नागरिकविकास के माध्यम से अभूतपूर्व योजनाओ के लिए हमने निधि उपलब्द करवाया है.विदर्भ के पिछड़े भाग का भी हमने विकास किया है.
ओबीसी समाज के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की हमने क्या अध्यादेश निकाला है यह न समझते हुए कुछ लोग टिपण्णी कर रहे है. जिला परिषद् में अनेक वर्षो से आरक्षण है. जिन 20 जिलों में 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण है. उस जगह पर कानून में बदलाव कर वहां की लोकसंख्या के अनुसार आरक्षण देने का हमने निर्णय लिया है. हम सुप्रीम कोर्ट में गए. सुप्रीम कोर्ट ने वह निर्णय समझकर आदेश दिया. इसके बाद चुनाव आयोग ने निर्णय दिया. उन्होंने कहा की जब तक यह राज्य सरकार है तब तक हम ओबीसी को संरक्षण देंगे.
इस दौरान उन्होंने ईवीएम का विरोध करनेवाले विरोधियो पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा की उन्होंने इक्कठा होकर ईवीएम के खिलाफ एल्गार किया है. उन्होंने कहा की विरोधियो के ध्यान में नहीं आया की ईवीएम यह एक मशीन है. अगर मतदाताओ के साथ संवाद किया तो वोट मिल सकते है. इस तरह का हताश और निराश विरोधी पक्ष हमने कभी इतिहास में नहीं देखा है. भारत के लोकतंत्र पर विश्वास बढ़ना चाहिए. ऐसा काम विरोधियो की ओर से किया जाना चाहिए.