नागपुर: गैंगवार के चलते भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष हेमंत दियेवार की हत्या में पिछले 5 वर्ष से फरार आरोपी पांढरकवड़ा निवासी अमर भोयर को अंबाझरी पुलिस ने धरदबोचा. 24 अगस्त 2013 की रात 10.55 बजे शंकरनगर चौक में हेमंत अपने एक दोस्त शैलेश ठाकुर से बात कर रहा था. इसी दौरान हेमंत को गोली चलने की आवाज सुनाई दी.
वह उस जगह पहुंचा आरोपियों ने हेमंत पर गोलियां चलाई और कुल्हाड़ी से उसके सिर और शरीर पर हमला कर दिया. बुरी तरह से जख्मी हेमंत ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. फिल्मी स्टाइल में की गई इस हत्या में गुलनवाज खान एजाज खान ऊर्फ शेखू और उसके 3 साथियों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि अमर तब से ही फरार था.
हत्या के बाद से ही अमर अपनी गिरफ्तारी टालने के लिए फरार था. कुछ दिन पहले ही अंबाझरी पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि अमर अपने पांढरकवड़ा स्थित घर में छुपकर रह रहा है.
जानकारी के आधार पर सीनियर पीआई भीमराव खाणदाले के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक प्रशांत पाटणकर, आशीष कोहले, संतोष वानखेड़े, सचिन बंसोड और प्रवीण रोडे ने जाल बिछाकर गुरुवार देर रात अमर को पांढरकवड़ा से अरेस्ट कर लिया.
कड़ी पूछताछ में अमर ने इस हत्या में शामिल होने की कबूली दी. इसके बाद शुक्रवार को उसे कोर्ट के समक्ष पेश किया गया. जहां से उसे 14 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, अब इस मामले में पुलिस सप्लीमेंट चार्जशीट फाइल करने की तैयारी में है.