Published On : Thu, Feb 20th, 2020

Video : कैसे मदनमोहन अग्रवाल को दरकिनार कर विशाल अग्रवाल ने हथिया ली प्लास्टो ‘ PLASTO’ कंपनी ?

नागपुर: नागपुर शहर की और मध्य भारत की प्लास्टिक के पाइप और पानी की टंकिया बनाने वाली चर्चित कंपनी ‘ प्लास्टो ‘ PLASTO ‘ के मौजूदा संचालको की धोखाधड़ी से ‘ नागपुर टुडे ‘ पिछले हफ्ते से अपने पाठकों को जानकारी दे रहा है और हर बार नए नए खुलासे कर रहा है. कैसे एक छोटी सी कंपनी करोडो की कंपनी बन गई और प्लास्टो ‘ PLASTO ‘ कंपनी की स्थापना करनेवाले संस्थापक मदनमोहन अग्रवाल को कैसे मौजूदा संचालक विशाल अग्रवाल ने कंपनी से बाहर कर दिया और आज उसी मदनमोहन अग्रवाल के बेटे न्याय के लिए यहां से वहां भटक रहे है. मदनमोहन अग्रवाल ने ही इस कंपनी की स्थापना की थी. यहां तक की इस कंपनी का लोगो (Logo ) भी उन्हीने ही तैयार किया था. उनकी मेहनत से ‘ प्लास्टो ‘PLASTO ‘ कंपनी तरक्की कर रही थी. लेकिन किस्मत ने उनके साथ कुछ ऐसा बुरा किया की उन्हें लकवा ( Paralysis ) का अटैक आ गया. मदनमोहन अग्रवाल को पैरालिसिस होने के बाद वे चल फिर नहीं सकते थे और इसके बाद ही मदनमोहन की मज़बूरी और बेबसी का फायदा उठाते हुए विशाल अग्रवाल और रमेशचंद्र अग्रवाल ने पूरी कंपनी अपने अधीन कर ली.

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इस कंपनी के पूर्व संचालक ( Director ) मदनमोहन अग्रवाल के बेटे अंकुश अग्रवाल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उनके पिता मदनमोहन अग्रवाल और माता ने वर्ष 1986 में ‘ प्लास्टो ‘ PLASTO’ कंपनी प्राइवेट लिमिटेड करके आरओसी में रजिस्टर्ड की थी. वर्ष 1986 से लेकर 1999 तक उनके पिता ही इस कंपनी के कर्ताधर्ता थे. कंपनी में उनके पिता मदनमोहन अग्रवाल ही फाइनेंस, ट्रांजेक्शन, प्रोडक्शन और मार्केटिंग का पूरा काम संभालते थे. लेकिन 1999 में लकवा ( Paralysis ) का अटैक उन्हें आया, उस दिन से यह काम पर नहीं जाते थे. इसके बाद पिता और माता ने यह निर्णय लिया की रमेशचंद्र अग्रवाल और विशाल अग्रवाल भाई ही तो है, बड़े होने के नाते यह कंपनी का जिम्मा संभाल लेंगे. लेकिन विशाल अग्रवाल ने कुछ ऐसी धोखाधड़ी की. विशाल अग्रवाल ने उनके पिता मदनमोहन अग्रवाल को संचालक ( Director ) के पद से भी हटाया दिया. इसके बाद प्रोमोटर ( Promoter ) के तौर पर उनके पिता के जो शेयर थे वह भी फर्जीवाड़ा करके, जाली सिग्नेचर करके पूरी ‘ प्लास्टो ‘ PLASTO’ कंपनी अपने नाम कर ली. जिस तरह से धोखाधड़ी कर इन्होने अकाउंट खोला था. उसी तरह से ‘ प्लास्टो ‘ PLASTO’ कंपनी के मौजूदा संचालक ( Director ) विशाल अग्रवाल ने कंपनी भी अपने नाम कर ली.

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यह जानकारी देते हुए अंकुश अग्रवाल के पिता और ‘ प्लास्टो ‘ PLASTO’ कंपनी के पूर्व संचालक ( Director ) मदनमोहन अग्रवाल भी विशाल अग्रवाल के द्वारा धोखाधड़ी करने से काफी नाराज दिखाई देते है. लकवा (Paralysis) होने के कारण वे ठीक से बात तो नहीं कर सकते. लेकिन उनके साथ हुई धोखाधड़ी की कहानी वे टूटे शब्दों में बताते है और इसकी बेबसी उनके चेहरे पर साफ़ झलकती है.

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