नागपुर: भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के 61वें महापरिनिर्वाण दिन के अवसर पर सैकड़ों की तादाद में लोग संविधान चौक पहुंचे और बाबासाहेब की प्रतिमा को वंदन कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी. दीक्षाभूमि में भी हजारों की तादाद में सुबह से ही बौद्ध अनुयायियों का तांता लगा रहा. विभिन्न कार्यक्रमों का और भाषणों का आयोजन भी किया गया.
सभी राजनीतिक पार्टियों और संगठनों ने भी संविधान चौक पहुंचकर बाबासाहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. बता दें 6 दिसंबर 1956 में उनका महापरिनिर्वाण हुआ था. उनके महापरिनिर्वाणस्थल मुंबई के दादर स्थित चैत्यभूमि में पूरे भारत भर से लाखों की संख्या में उन्हें नमन करने के लिए उनके अनुयायी मुंबई जाते हैं. शहर से भी हजारों की तादाद में शहर के नागरिक दो दिन पहले और मंगलवार तक निकल चुके हैं.
सफ़ेद वस्त्र धारण किए शहर के कोने कोने से आज बाबासाहेब के अनुयायी संविधान चौक और दीक्षाभूमि में दिखाई दिए. इस दौरान महिलाएं, बुजुर्ग भी थे तो वहीं इनमें युवाओं की संख्या काफी ज्यादा थी. बाबासाहेब के बताए गए वचन” पढ़ो’ एकत्रित हो और संघर्ष करो” जैसे सिद्धांतों पर बौद्ध अनुयायी चलने की कोशिश कर रहे हैं.