Published On : Mon, Nov 4th, 2019

राजनैतिक असमंजस से उबरने के लिए गडकरी को करें सामने

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– इनकी दूरदृष्टि के कायल हैं सभी राष्ट्रीय पक्ष नेतृत्व

नागपुर/मुंबई : राज्य में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए १० दिन गुजर जाने के बाद भी सरकार गठन का मामला आजतक अधर में हैं.इससे जनता-जनार्दन खुद को ठगी महसूस कर रही हैं.क्यूंकि सौदेबाजी का क्रम जारी हैं.ऐसी सूरत में सत्तापक्ष अर्थात भाजपा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को मुख्यमंत्री के रूप में पेश कर उठी राजनैतिक भूचाल को विराम लगा सकती हैं.

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गडकरी को सामने करने से शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस न सिर्फ बैकफुट पर बल्कि सरकार का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष हिस्सा बन सकती हैं.
गडकरी के पहल पर सर्वप्रथम शिवसेना की जिद्द को विराम लग सकता हैं,क्यूंकि गडकरी जैसे वरिष्ठ नेता के मार्गदर्शन में शिवसेना का युवानेतृत्व बतौर उपमुख्यमंत्री पद न सिर्फ स्वीकार कर सकता है,बल्कि उनके नेतृत्व में अनुभव हासिल कर भविष्य में सक्षम मुख्यमंत्री के रूप में अपनी छवि तैयार कर सकता हैं.

गडकरी के कामकाज और कार्यशैली से सभी वाकिफ हैं.फिर चाहे राष्ट्रवादी हो या फिर कांग्रेस नेतृत्व उनकी समय-समय पर भूरि-भूरि प्रशंसा करते भी देखे गए हैं.

गडकरी कट्टर भाजपाई नहीं हैं,उनका विचार समाजवाद का परिचायक हैं,इसलिए एनसीपी भी राज्य में उनका नेतृत्व स्वीकार कर राज्य के कृषि-किसान-सहकार क्षेत्र में बड़ा योगदान देकर राज्य का उत्थान कर सकती हैं.

कांग्रेस के अधिकांश विधायक भी गडकरी के नेतृत्व को इसलिए भी स्वीकार करेंगे,क्यूंकि गडकरी ने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप ने कई कोंग्रेसियों को राजनीत में सफल होने के लिए सहयोग किया हैं.उनका उदहारण पिछले लोकसभा चुनाव में देखने को मिला,कोई भी कोंग्रेसी खुलकर गडकरी के विरोध में सक्रियता नहीं दिखाई।

गडकरी को शरद पवार के बाद राज्य में कृषि क्षेत्र की लॉबी का नेतृत्वकर्ता माना जाता हैं,उनके कार्यकाल में लोकनिर्माण विभाग का कामकाज पहले ही सभी को अनुभव हो चूका हैं.गडकरी को प्रकल्प पूर्ण करने के लिए निधि जुगाड़ने में महारत तो हासिल हैं ही ,साथ में अल्प खर्च में उच्च कोटि का कामकाज करने का तगड़ा अनुभव हासिल हैं.इसलिए भाजपा के तथाकथित नेतृत्वकर्ता हट्ट छोड़ महाराष्ट्र की राजनैतिक उठा-पठक को विराम जल्द लगाए और इससे पहले की जनता का भाजपा पर से विश्वास टूटे,उससे पहले दूरदर्शी नितिन गडकरी को बतौर राज्य का मुख्यमंत्री पेश कर सेना सह एनसीपी से चर्चा करने हेतु पहल करें।यह भी कड़वा सत्य हैं कि गडकरी ही स्थिर सरकार का सफल संचलन कर सकते हैं.

– राजीव रंजन कुशवाहा ( rajeev.nagpurtoday@gmail.com )

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